अखिलेश ने रोजगार अभियान को बताया BJP का ड्रामा, सपा कार्यकर्ताओं को दिए ये निर्देश

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आत्मनिर्भर यूपी रोजगार अभियान को ड्रामा करार देते हुए कहा है कि इसकी दूसरी मिसाल मिलना मुश्किल है...

Update: 2020-06-26 16:18 GMT
akhilesh yadav

मनीष श्रीवास्तव

लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आत्मनिर्भर यूपी रोजगार अभियान को ड्रामा करार देते हुए कहा है कि इसकी दूसरी मिसाल मिलना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि सपा कार्यकर्ता गांव-गांव में जानकारी लेंगे कि कहा और किसे भाजपा सरकार में काम मिला है।

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नोटबंदी के बाद लाॅकडाउन ने कामकाज ठप्प कर दिया

सपा अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि आत्मनिर्भर रोजगार का दूसरा झूठ यह है कि यहां पहले से ही कुम्हार, हलवाई, राजमिस्त्री आदि अपने धंधे करते रहे हैं। नोटबंदी के बाद लाॅकडाउन ने उनका कामकाज ठप्प कर दिया है। प्रदेश की भाजपा सरकार लघु और छोटे उद्योगों की केवल प्रेस विज्ञप्तियों में चिंता करती है अन्यथा उसका सारा ध्यान बड़े उद्योगपतियों के आवभगत में रहता है। श्रमिकों को एक हजार की राहत देने से उनकी जिंदगी में कौन-बदलाव आएगा?

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योगी सरकार ने यूपी को हत्या प्रदेश बना दिया

सपा मुखिया ने नौकरशाही को प्रदेश के विकास में बड़ी बाधा बताते हुए कहा कि रोजगार के लिए जब तक उचित वातावरण नहीं बनेगा कोई उद्योगपति उत्तर प्रदेश में क्यों आएगा? यहां जीएसटी, नोटबंदी, लाॅकडाउन के अलावा कानून व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति चिंता पैदा करती है। योगी सरकार ने यूपी को हत्या प्रदेश बना दिया है, अपराधों से लोग आतंकित है। प्रदेश में बिजली-पानी का भी संकट है। भाजपा सरकार में एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। जो बिजलीघर बने हैं सपा सरकार के समय के हैं।

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अभी तक कहीं एक भी कारखाना लगने की सूचना नहीं

अखिलेश ने कहा कि यूपी में राज्य सरकार कई इन्वेस्टमेंट मीट करा चुकी, कई एमओयू होने की खबरे छपीं, लेकिन अभी तक कहीं एक भी कारखाना लगने की सूचना नहीं है। किसी बैंक ने किसी उद्योगपति को लोन नहीं दिया। कहीं भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही नहीं शुरू हुई। रोजगार के झूठे दावों की वजह से ही भाजपा सरकार आज तक नए औद्योगिक संस्थानों का ब्योरा नहीं दे पाई है। नौजवानों को रोजगार नहीं मिलने से उनके सामने भविष्य का अंधेरा है। जब पहले से ही युवा बेरोजगार घूम रहा है तब दूसरे प्रदेशों से आए युवाओं को कहां रोजगार मिल पाएगा? जब बड़े संस्थान नहीं तो कुशल कार्मिको को कहां नौकरी मिलेगी? उन्हें वापस फिर दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ेगा।

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उन्होंने कहा कि स्थानीय कारीगरों के लाभ के लिए सपा सरकार में लखनऊ में अवध शिल्पग्राम की स्थापना की गई थीं। भाजपा सरकार के समय वहां सन्नाटा पसरा रहता है। सिंगल अथवा डबल इंजन की सरकारें सिर्फ सपने दिखाने और लोगों को बहकाने में माहिर है। भाजपा को अब धोखा देने की सीमा तय कर लेनी चाहिए। संकट बढ़ता जा रहा है, मर्ज बढ़ता जा रहा है। आज राज्य सरकार दिलासा देकर दिन काट रही है।

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