Aligarh News: एंबुलेंस माफिया ने किया खेल, विवाहिता गई जेल
Aligarh News: बेटे की करतूतों से परेशान होकर शिकायत लेकर पुलिस उपमहानिरीक्षक के कार्यालय पहुंची और न्याय की गुहार लगाई है। मगर डीआईजी साहब से मुलाकात नहीं हो पाई।
Aligarh News: क्वार्सी थाना इलाके से मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित रईस खान पुत्र महफूज खान निवासी गली नंबर 2 भमोला थाना सिविल लाइन ने आरोप लगाते हुए बताया कि मेरी पुत्री हेन्नूर का निकाह सात साल पूर्व शेखू के साथ हुआ था। घरेलू विवाद का मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है। मेरी पुत्री ससुराली जनों के उसी घर में रहती थी। पति और ससुरालीजन उसे घर से निकालना चाहते थे।
पति ने एंबुलेंस माफिया से मिलकर षड्यंत्र रचा और एक झूठा मुकदमा थाना क्वार्सी में संगीन धाराओं में दर्ज करा दिया। जिसका किसी को पता नहीं था। बाद में मेरी पुत्री पर जानलेवा हमला करा दिया। इसकी शिकायत थाना सिविल लाइन पर की गई। पुलिस ने बयान लिए। थाने बुलाया और क्वार्सी पुलिस ने आकर पुत्री को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
एंबुलेंस माफिया
एंबुलेंस माफिया की माता राबिया भी अपने बेटे के षड्यंत्र रचने की करतूत की शिकायत लेकर पुलिस उपमहानिरीक्षक कार्यालय पहुंची। जानकारी देते हुए आरोप लगाते हुए बताया कि मेरे पांच पुत्र हैं। बड़ा पुत्र से छोटा एंबुलेंस माफिया के नाम से मशहूर है। नशे बाजी और षड्यंत्र रचने में महारत हासिल है। तीसरे नंबर का पुत्र कुछ समय पहले रास्ता भटक गया था। जेल से छूटने के बाद अब सामाजिक जिंदगी जी रहा है।
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एंबुलेंस माफिया पुत्र ने मेरे छोटे पुत्र का काफी रुपए हड़प लिए हैं और मैं आंखों से दिव्यांग हूं। मुझे भी घर से निकाल दिया था। जिसका मेरे छोटे पुत्र ने विरोध किया। तो षड्यंत्र के तहत एक झूठा मुकदमा पंजीकृत करा दिया है। जिसमें मेरे मामू की लड़की का अपने पति से विवाद चल रहा था। उसके पति के साथ मिलकर षड्यंत्र के तहत विवाहिता को जेल भिजवा दिया। पूर्व में भी एंबुलेंस माफिया ने एक सब इंस्पेक्टर और क्षेत्रधिकारी पर झूठे आरोप लगाए थे और पुलिस ने इस को जेल भेजा था।
पैसा हड़पना और घरवालों का उत्पीड़न करता है
जेल से छूटने के बाद अपनी पत्नी के साथ मिलकर षड्यंत्र रचना पैसा हड़पना और घरवालों का उत्पीड़न करना इसकी आम बात हो गई है। बेटे की करतूतों से परेशान होकर शिकायत लेकर पुलिस उपमहानिरीक्षक के कार्यालय पहुंची और न्याय की गुहार लगाई है। मगर डीआईजी साहब से मुलाकात नहीं हो पाई। मायूस होकर वृद्ध महिला को वापस लौटना पड़ा।