Baghpat News: पुलिस की लापरवाही पड़ सकती है भारी, चुनावी रंजिश में हुई हत्या मामले ने पकड़ा तूल, थाने में पीड़ितों का धरना
Baghpat News: इस मामले में 10 लोगों को नामजद कराते हुए छपरौली थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने 2 आरोपियों को पकड़ भी लिया था, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने साठ गाठ कर दोनों को रात्रि में थाने से छोड़ दिया।
Baghpat News: बागपत में हुए गजेंद्र उर्फ फाटा हत्याकांड में पुलिस ने हिरासत में लिए आरोपियों को छोड़ने पर पीड़ित पक्ष के लोगों ने शुक्रवार को छपरौली थाने में धरना शुरु कर दिया है । आरोप लगाया कि पुलिस ने राजनैतिक दबाव में हत्यारोपियों को छोड़ा है। इस दौरान महिलाओं ने पुलिस को जमकर खरीखोटी सुनाई । फिलहाल छपरौली थाना परिसर में पीड़ित परिजनों का धरना जारी है ।
दरअसल आपको बता दे कि 23 मई को छपरौली थाना की चौधरान पट्टी में एक दर्जन लोगों ने हथियारों से लेस घर लौट रहे 3 लोगों पर हमला बोल दिया था। इस हमले में गजेंद्र उर्फ फाटा की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि दो व्यक्ति भूदेव व अश्वनी गम्भीर रूप से घायल हुए थे। इसमे अश्वनी की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। यह पूरा मामला हाल ही सम्पन्न हुए नगर निकाय चुनाव से जुड़ा हुआ। स्थानीय निकाय चुनाव में मिली हार और जीत को लेकर पक्षों में विवाद बना हुआ था।
मृतक व घायल पक्ष के लोगों ने थाने पहुँचकर शुरू किया धरना
इस मामले में 10 लोगों को नामजद कराते हुए छपरौली थाने पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। पुलिस ने 2 आरोपियों को पकड़ भी लिया था, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने साठ गाठ कर दोनों को रात्रि में थाने से छोड़ दिया। इस बात से क्षुब्ध होकर मृतक व घायल पक्ष के लोगों ने थाने पहुँचकर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान महिलाओं ने पुलिस को जमकर खरीखोटी सुनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि गजेंद्र फाटा हत्याकांड में नामजद दो आरोपियों को थाने से छोड़ दिया गया। उन्होंने मांग है की आरोपियो पर 302 और 307 की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाए। हिरासत में लेने के बावजूद भी पुलिस ने राजनीतिक दबाव में आकर आरोपियों को रिहा कर दिया है। जब तक सभी आरोपियो गिरफ्तार कर जेल नहीं भेजे जाएंगे तब तक गजेंद्र फाटा की तेरहवीं नहीं की जाएगी। मौके पर सीओ बड़ौत भी पहुँचे जिन्होंने पीड़ित पक्ष की बात सुनी और कार्यवाही का आश्वासन दिया है ।