Banda News : विदेशी म्यूजियम में सजेगी ‘गुलाबी गैंग’ की पोशाक और लाठी
Banda News: महिला सशक्तिकरण को लेकर बुंदेलखंड का गुलाबी गैंग पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और अब महिला सशक्तिकरण का आइकॉन बनने जा रहा है।
Banda News: बुंदेलखंड में महिलाओं की आवाज उठाने वाला संगठन गुलाबी गैंग एक बार फिर सुर्खियों में हैं। लंदन के प्रसिद्ध ‘दि डिजाइन म्यूजियम’ ने गुलाबी गैंग संगठन की प्रतीक और कमांडर संपत पाल से गुलाबी गैंग की ड्रेस और डंडा अपने म्यूजियम में सजाने के लिए मांगा है। महिला सशक्तिकरण को लेकर बुंदेलखंड का गुलाबी गैंग पूरे विश्व में प्रसिद्ध है और अब इसी गुलाबी गैंग की गुलाबी साड़ी, ब्लाउज और गुलाबी रंग में रंगा डंडा लंदन के म्यूजियम में न सिर्फ बुंदेलखंड बल्कि पूरे देश में महिला सशक्तिकरण का आइकॉन बनने जा रहा है। लंदन में गुलाबी गैंग की ड्रेस और लाठी भेजकर गुलाबी गैंग कमांडर संपत पाल बेहद खुश हैं।
अकेला चलीं थीं, कारवां बन गया
गुलाबी ड्रेस यानी कि बुंदेलखंड में महिलाओं की आवाज मानी जाने वाली गुलाबी साड़ी, गुलाबी ब्लाउज और साथ में गुलाबी रंग से रंगा हुआ डंडा, यह ड्रेस है जिसने न सिर्फ बुंदेलखंड और यूपी में बल्कि देश के अधिकतर सूबों में अपनी पहचान बना रखी है। सन 2000 के दशक में चित्रकूट के रोली कल्याणपुर निवासी संपत पाल ने अपने ससुराल वालों से तंग आकर अपने हक के लिए संघर्ष करने का मिशन शुरू किया था।
वो बांदा के बदौसा कस्बे में आकर रहने लगी थीं। धीरे-धीरे महिलाओं के प्रति भेदभाव, हिंसा के खिलाफ उन्होंने संगठन बनाया और उस संगठन को पहचान देने के लिए गुलाबी ड्रेस कोड रखा, देखते ही देखते संपत पाल का यह गुलाबी गैंग बुंदेलखंड में प्रसिद्ध हो गया। महिला अधिकारों के विरोधी मानसिकता वाले लोगों के खिलाफ संपत पाल की लड़ाई लगातार जारी रही। कई अधिकारियों को इस गुलाबी गैंग ने डंडा लेकर महिला शक्ति का अहसास कराया। देखते ही देखते गुलाबी गैंग में समाज की दबी-कुचली शोषित महिलाएं जुड़ती चली गई और अब यह संगठन देश और प्रदेश तक ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सक्रिय है।
11 लाख से अधिक महिलाएं हैं शामिल
मौजूदा समय में गुलाबी गैंग संगठन में पूरे देश में 11 लाख से अधिक महिलाएं शामिल हैं। जो अपने-अपने क्षेत्रों में महिलाओं के अधिकार और उनके हक की लड़ाई लड़ने का काम कर रही हैं। संपत पाल के प्रभाव का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि 2011 में अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘दि गार्जियन’ ने संपत पाल को विश्व की 100 प्रभावशाली प्रेरक महिलाओं की सूची में शामिल किया था। इसके अलावा कलर्स टीवी के फेमस रियलिटी शो बिग बॉस सीजन 6 में भी संपत पाल ने प्रतिभाग किया था, गुलाबी गैंग कमांडर संपत पाल ने राजनीति में भी किस्मत आजमाई लेकिन नाकाम रहीं।
सन 2012 और 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चित्रकूट की मानिकपुर सीट से संपत पाल ने चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों बार उन्हें नाकामयाबी ही हाथ आयी। अब लंदन के प्रसिद्ध ‘दि डिजाइन म्यूजियम’ ने गुलाबी गैंग संगठन के प्रतीक ड्रेस और डंडा संग्रहालय में रखने के लिए मांगा है, जिससे एक बार फिर संपत पाल बेहद खुश हैं। वो महिलाओं को जागरूक करने और महिलाओं को अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित करने के मिशन को कामयाब मान नहीं मान रही हैं।
दहेज़, घरेलू हिंसा के खिलाफ संघर्ष जारी: संपत पाल
अपने मिशन के बारे में गुलाबी गैंग कमांडर संपत पाल बताती हैं कि महिलाओं के हक के लिए महिलाओं से भेदभाव के खिलाफ उनका यह मिशन पिछले दो दशक से जारी है। दहेज के खिलाफ, महिला घरेलू हिंसा के खिलाफ, महिलाओं से भेदभाव के खिलाफ और महिलाओं को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का काम करते हुए उन्होंने हमेशा इस मिशन को जारी रखा। उनकी इस मेहनत को न सिर्फ समाज ने बल्कि देश और विदेश ने भी सराहा है। संपत पाल बताती हैं कि उत्तर प्रदेश के अलावा कर्नाटक, उड़ीसा, दक्षिण भारत, छत्तीसगढ़ समेत तकरीबन सभी प्रांतों में उनका संगठन काम कर रहा है और महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि आज बुंदेलखंड के इस मामूली से गांव में शुरू महिला सशक्तिकरण का यह मिशन विदेशों में भी अपना स्थान बना चुका है।