मनरेगा घोटाला: अधिकारी नहीं मानते DM का आदेश, लगे ये गंभीर आरोप...

मनरेगा में हुए घोटाले की शिकायत पर हुयी जांच में जब आरोप सही साबित हुए तो जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए दोषियों के विरुद्ध पैसे की रिकवरी और कानूनी कार्यवाई करने का आदेश जारी कर दिया मगर यह आदेश सिर्फ आदेश ही रह गया क्योंकि जिलाधिकारी का आदेश उनके अपने अधिकारी मानते ही नहीं उल्टा शिकायतकर्ता को शिकायत वापस लेने की धमकी दी जा रही है | दो लाख साथ हज़ार का यह घोटाला अधिकारीयों के गले की फाँस बन गया है | 

Update: 2020-10-27 05:11 GMT
जिलाधिकारी

मनरेगा में हुए घोटाले की शिकायत पर हुई जांच में जब आरोप सही साबित हुए तो जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए दोषियों के विरुद्ध पैसे की रिकवरी और कानूनी कार्यवाई करने का आदेश जारी कर दिया मगर यह आदेश सिर्फ आदेश ही रह गया क्योंकि जिलाधिकारी का आदेश उनके अपने अधिकारी मानते ही नहीं उल्टा शिकायतकर्ता को शिकायत वापस लेने की धमकी दी जा रही है | दो लाख साथ हज़ार का यह घोटाला अधिकारीयों के गले की फाँस बन गया है |

बड़े अधिकारीयों से की शिकायत

बाराबंकी जनपद के विकासखण्ड सिरौलीगौस पुर के ग्राम चैला में कुछ वर्षों पूर्व मनरेगा के तहत काम करवाया गया था जिसमें यहाँ के ग्राम विकास अधिकारी , ग्राम पंचायत अधिकारी एवं ग्राम प्रधान ने मिलकर पैसे का गबन किया था | इसी गाँव के ग्रामीण अनुज कुमार सिंह ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी सहित जिले के बड़े अधिकारीयों से की |

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इस मामले में जब जांच हुयी तो शिकायतकर्ता के आरोप सही पाया गया और जिलाधिकारी ने दोषियों के विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाई के साथ गबन की राशि की रिकवरी के आदेश जारी कर दिए | मगर बीडीओ से लेकर जिम्मेदार अधिकारीयों ने जिलाधिकारी का आदेश भी अनसुना कर दिया और कोई कार्यवाई नहीं की |

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पैसे का गबन किया

मामले के शिकायतकर्ता अनुज कुमार सिंह ने बताया कि सिरौलीगौसपुर विकासखण्ड के ग्राम चैला में मनरेगा के तहत पैसे का गबन किया गया था यश गबन क्षेत्र पंचायत सदस्य के काम को मनरेगा का काम दिखा कर ग्राम प्रधान , ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी ने मिलकर पैसा निकाल लिया गया था जिसकी शिकायत उनके द्वारा की गयी थी |

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जांच में यह आरोप सही साबित हुए और जिलाधिकारी ने धन की रिकवरी के साथ क़ानूनी और विभागीय कार्यवाई किये जाने का आदेश दिया मगर अब तक कोई कार्यवाई नहीं की गयी उल्टा उन्हें जान से मारने की धमकी देकर शिकायत वापस करने की बात कही जा रही है |

धन को तीन किस्तों में जमा करने का आदेश

इस मामले में जब उपायुक्त मनरेगा नरेन्द्र देव दिवेदी ने बताया कि रिकवरी के आदेश के बाद धन को तीन किस्तों में जमा करने का आदेश दिया गया था जिसमें एक व्यक्ति के द्वारा पहली क़िस्त जमा भी हो गयी है | विभागीय और क़ानूनी कार्यवाई के सम्बन्ध में सम्बन्धित को पत्र लिखा गया है और कार्यवाई की जा रही है |

सरफराज वारसी

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