Barabanki News: बाढ़ पीड़ितों को पिलाया गया एक्सपायरी पानी, अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला, जानिए पूरा मामला
Barabanki News: कार्यक्रम के दौरान ऑडिटोरियम में लोगों को पीने के पानी की बोतलें बांटी गईं। लेकिन ज्यादातर बोतलों की एक्सपायरी डेट निकल चुकी अंकित था यानी लोगों को ‘रिस्की’ पानी पिला दिया गया।
Barabanki News: जनपद में सीएम योगी आदित्यनाथ का दौरा था। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण करके बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। इसके बाद लोधेश्वर महादेवा ऑडिटोरियम में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। इस कार्यक्रम के दौरान ऑडिटोरियम में लोगों को पीने के पानी की बोतलें बांटी गईं। लेकिन ज्यादातर बोतलों की एक्सपायरी डेट निकल चुकी अंकित था यानी लोगों को ‘रिस्की’ पानी पिला दिया गया। हालांकि गनीमत रही कि किसी की इससे तबीयत नहीं बिगड़ी।
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ये था पूरा मामला
सरयू नदी की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र का हाल-चाल लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बाराबंकी आये थे। उन्होंने यहां रामनगर तहसील क्षेत्र के पर्वतपुर, सरसंडा, जमका और खुज्जी समेत दूसरे बाढ़ प्रभावित गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद उन्होंने लोधेश्वर महादेवा ऑडिटोरियम में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। इस दौरान बाढ़ पीड़ित जो लोग कार्यक्रम स्थल पर बैठे थे, उन्हें जो पानी पिलाया जा रहा था, वह एक्सपायर हो चुका था। पानी की बोतल पर 22-08-23 की एक्सपायरी डेट लिखी थी।
अधिकारियों ने कहा- उनकी जिम्मेदारी नहीं
इस बड़ी लापरवाही को लेकर जब अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना था कि यह उनकी जिम्मेदारी नहीं। वहीं पानी पी रहे लोगों से जब बात की गई तो उन्होंने इसपर हैरानी जताई। दरअसल, योगी आदित्यनाथ बाढ़ग्रस्त इलाकों के हवाई सर्वेक्षण के बाद लोधेश्वर महादेवा ऑडिटोरियम में बाढ़ प्रभावितों को राहत किट का वितरण करने आए थे। इस दौरान तमाम बाढ़ पीड़ित कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे थे। जिन्हें एक्सपायर डेट का पानी पिलाया जा रहा था। पानी की बोतल पर एक्सपायरी डेट लिखी थी, जो तारीख गुजर चुकी थी। यानी ये पानी अब सेहतमंद नहीं रहा था और पुराना था।
इसको लेकर जब बाराबंकी के जिला पूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी से बात की गई तो उनका कहना था कि यह उनकी जिम्मेदारी नहीं। उन्होंने कहा कि पानी का इंतजाम उन लोगों ने नहीं करवाया है। ऐसे में लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं होती दिखीं। लोगों का कहना था कि अगर प्रदेश के मुख्यमंत्री के कार्यक्रम एक्सपायरी डेट का पानी लोगों को पिलाया जा रहा है, तो आम दिनों में प्रशासन से लोग राहत की क्या उम्मीद रख सकते हैं।