लखनऊ: यूपी के बड़ौदा उप्र ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष के आर कन्नौजिया पर करोड़ों रुपए के डकारने का आरोप लगा है। बैंक के रिटायर्ड कर्मियों ने ही उन पर ये आरोप लगाए हैं। कर्मियों का कहना है कि अध्यक्ष ने लोन देने, ट्रांसफर और बैंक की शाखाओं के विस्तार में करोड़ों रुपए डकारे हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच बैंक आफ बड़ौदा के उपमहाप्रबंधक प्रदीप श्रीवास्तव कर रहे हैं। बैंक से रिटायर्ड महेन्द्र मूर्ति वर्मा का कहना है कि आर के कन्नौजिया ने कानपुर की बर्रा शाखा में 250 वाहन के लोन फर्जी दिए हैं।
इसके अलावा वो भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को संरक्षण भी देते रहे हैं। बैंक के अवकाश प्राप्त अधिकारी महेन्द्र मूर्ति वर्मा ने ये आरोप लगाए हैं। दूसरी ओर कन्नौजिया का कहना है कि वह भ्रष्टाचारियों पर अंकुश लगा रहे हैं इसीलिए कुछ लोग उनके खिलाफ हैं।
कन्नौजिया पर लगे ये आरोप
-बैंक के अध्यक्ष के आर कनौजिया अपने पद का दुरुप्रयोग कर रहे हैं और भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण दे रहे हैं।
-बैंक की कानपुर की बर्रा शाखा के प्रबंधक ने 250 वाहन के लोन पूरी तरह फर्जी किए हैं।
-इससे बैंक को 6 करोड़ का चूना लगा है।
-मामले का खुलासा होने पर भी उन पर कार्रवाई नहीं की गई बल्कि उनको पदोन्नति दे दी गई।
-घोटालों में शामिल होने के बावजूद उन पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई।
कन्नौजिया ने दी ये सफाई
-वह भ्रष्टाचारियों को ठीक कर रहे हैं, इसलिए कुछ लोग परेशान हैं।
-40 से 50 लोगों को चार्जशीट भी भेजी गई है।
-देश भर में कई जगहों पर उनके खिलाफ शिकायत की गयी है।