BJP Meeting in UP: आम चुनाव को लेकर बीजेपी मुख्यालय में बड़ी बैठक, हारी हुई 14 लोकसभा सीटों पर मंथन

BJP Meeting in UP: 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी में बीजेपी का फोकस उन 14 लोकसभा सीटों पर है, जहां फिलहाल उसके सांसद नहीं हैं।

Update:2023-06-19 13:44 IST
BJP Meeting in UP (photo: social media )

BJP Meeting in UP: केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए दिल्ली की राह आसान करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश हमेशा से उच्च प्राथमिकताओं में रहा है। भगवा दल इस सूबे में किसी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहती। यही वजह है कि यहां 2024 में होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर काफी पहले से तैयारियां शुरू हो चुकी है। 80 लोकसभा सीटों वाले यूपी में बीजेपी का फोकस उन 14 लोकसभा सीटों पर है, जहां फिलहाल उसके सांसद नहीं हैं।

2019 में प्रचंड मोदी लहर के बावजूद बीजेपी उत्तर प्रदेश में 2014 वाला पदर्शन बरकरार नहीं रख सकी। पार्टी को आठ सीटों का नुकसान उठाना पड़ा था। 2014 में बीजेपी ने खुद 71 सीटों पर और उसकी सहयोगी अपना दल ने दो सीटों पर यानी कुल 73 सीटों पर जीत हासिल की थी। पांच साल बाद बीजेपी का आंकड़ा घटकर 62 पर पहुंच गया। हालांकि, इसमें सहयोगी अपना दल की दो सीटें शामिल नहीं है। बीजेपी ने बीते साल उपचुनाव में सपा से दो लोकसभा सीटें छिनकर आंकड़ा 64 कर लिया है। इस प्रकार अब यूपी में उसके पास सहयोगी अपना दल की दो सीटें मिलाकर कुल 66 सीटें हैं।

बीजेपी का मिशन-80

भारतीय जनता पार्टी देश के सबसे बड़े सियासी सूबे उत्तर प्रदेश में 2014 से भी अच्छा प्रदर्शन करना चाहती है। पार्टी यूं ही सभी 80 सीटों पर जीतने का ख्वाब नहीं देख रही। भगवा दल के पास इसके मजबूत तर्क हैं। लगातार दो विधानसभा चुनावों और दो लोकसभा चुनावों जीत हासिल करने के बाद भाजपा ने बीते माह संपन्न हुए निकाय चुनावों में भी शानदार प्रदर्शन किया था। इसके अलावा पार्टी के वरीय नेताओं का कहना है कि 2019 में सपा-बसपा-रालोद जैसे महागठबंधन होने के बावजूद राज्य में उन्हें 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे। ऐसे में इस बार सपा, बसपा और कांग्रेस के अलग-अलग लड़ने से उनके लिए राह आसान हो सकती है।

हारी हुई 14 लोकसभा सीटों पर मंथन

बीजेपी काफी समय से यूपी की उन 14 लोकसभा सीटों को लेकर योजना बनाने में जुटी है, जिस पर फिलहाल उसके सांसद नहीं हैं। इन सीटों पर चुनावी तैयारियों को लेकर लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय में सोमवार को बड़ी बैठक हो रही है। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी शामिल हुए हैं। बैठक में जौनपुर अंबेडकरनगर नगीना संभल मुरादाबाद रायबरेली मैनपुरी गाजीपुर अमरोहा सहारनपुर समेत कुल 14 लोकसभा सीट पर पार्टी की मौजूदा स्थिति क्या है, इसकी समीक्षा की जा रही है।

इन लोकसभा सीटों के नगर पालिका और नगर पंचायत चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। इनमें अधिकांश सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका में हैं। भारतीय जनता पार्टी ने इन 14 लोकसभा सीटों पर कमल खिलाने के लिए इसके अंतर्गत आने वाली 84 विधानसभा सीटों पर फोकस करना शुरू किया है। प्रत्यके विधानसभा सीट के लिए एक-एक विस्तारक की नियुक्ति की गई है, जो अपने क्षेत्र का रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंपेंगे।

केंद्रीय मंत्रियों को मिली है जिम्मेदारी

बीजेपी ने यूपी में हारी हुई उन 14 लोकसभा सीटों पर विशेष तैयारी के लिए चार केंद्रीय मंत्रियों को मैदान में उतारा है। जिन केंद्रीय मंत्रियों के बीच इन सीटों की जिम्मेदारी का बंटवारा किया गया है, वो हैं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी और केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह। भारतीय जनता पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व समय-समय पर इन 14 सीटों पर की जा रही तैयारियों का फीडबैक लेता रहता है।

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