मायावती लेंगी बदला: बोलीं-सपा से गठबंधन बड़ी भूल, कर दिया ये तगड़ा एलान..

राज्यसभा की 10 सीटों के चुनाव में नामाकंन के दौरान चले हाई वोल्टेज ड्रामें के पटाक्षेप के बाद अपने प्रत्याशी का नामाकंन पत्र सही साबित करने के बाद अब बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती की गाज उन बागी विधायकों पर गिरी है, जिन्होंने पार्टी के साथ भितरघात करते हुए यह पूरा घटनाक्रम रचा था। बसपा सुप्रीमों ने इन 07 बागी विधायकों पर कार्रवाई करते हुए इन्हे पार्टी से निलंबित कर दिया है।

Update: 2020-10-29 05:46 GMT
सपा से गठबंधन बड़ी भूल, एमएलसी चुनाव में हराने के लिए बसपा लगाएगी पूरी ताकत

लखनऊ। राज्यसभा की 10 सीटों के चुनाव में नामाकंन के दौरान चले हाई वोल्टेज ड्रामें के पटाक्षेप के बाद अपने प्रत्याशी का नामाकंन पत्र सही साबित करने के बाद अब बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती की गाज उन बागी विधायकों पर गिरी है, जिन्होंने पार्टी के साथ भितरघात करते हुए यह पूरा घटनाक्रम रचा था। बसपा सुप्रीमों ने इन 07 बागी विधायकों पर कार्रवाई करते हुए इन्हे पार्टी से निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही बसपा विधानसभा अध्यक्ष ह्दय नारायन दीक्षित के सामने इन सभी बागी विधायकों की सदस्यता रद्द करने की अपील करेगी।

सपा उम्मीदवार को हराने के लिए सारी ताकत लगा देंगी: बसपा सुप्रीमों

बसपा सुप्रीमों ने गुरुवार सुबह कहा कि उन्होंने तय किया है कि यूपी में भविष्य के एमएलसी चुनावों में सपा उम्मीदवार को हराने के लिए, वह अपनी सारी ताकत लगा देंगी और चाहे उन्हे अपना वोट भाजपा उम्मीदवार या किसी भी पार्टी के उम्मीदवार को देना पड़े, वह यह करेंगी। उन्होंने कहा कि सपा से गठबंधन हमारी भूल थी। लोकसभा चुनाव के दौरान सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए सपा के साथ हाथ मिलाया था। सपा में परिवार की अंदर लड़ाई थी, जिसकी वजह से गठबंधन कामयाब नहीं हुआ।

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उन्होेंने कहा कि जब बसपा ने यूपी में पिछले लोकसभा चुनाव के लिए सपा के साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया, तो बसपा ने इसके लिए बहुत मेहनत की और गठबंधन के बाद पहले दिन से ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा से कहते रहे कि जब बसपा-सपा ने हाथ मिला ही लिया है तो उन्हे जून 1995 के मामले को वापस ले ले। जब हमने लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद समाजवादी पार्टी के व्यवहार को देखा, तो हमने महसूस किया कि हमने उनके खिलाफ 02 जून 1995 के उस मामले को वापस लेते हुए एक बड़ी गलती की है, जिसमे उनकी हत्या करवाने का षड़यंत्र किया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हे सपा के साथ हाथ नहीं मिलाना चाहिए था, थोड़ा गहराई से सोचना चाहिए था।

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जिन बसपा विधायको ने बगावत की है उनमे भिनगा से असलम राइनी, हापुड की ढोलाना से असलम अली, प्रयागराज की प्रतापपुर से मुजतबा सिद्दीकी, प्रयागराज की हंडिया से हाकिम लाल बिंद, सीतापुर की सिधौली से हरगोविंद भार्गव, जौनपुर की मुंगरा बादशाहपुर से सुषमा पटेल तथा आजमगढ़ की सगड़ी विधासभा सीट से वंदना सिंह शामिल है।

मनीष श्रीवास्तव

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