Bulandshahr News: पूर्व मंत्री किरण पाल सिंह पंचतत्व में विलीन, जज बेटी ने दी मुखाग्नि
Bulandshahr News: शिक्षा मंत्री किरणपाल सिंह का सोमवार को निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। मेरठ के एक अस्पताल में सोमवार सुबह साढ़े दस बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
Bulandshahr News: पश्चिमी यूपी के कद्दावर जाट नेता व पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री किरणपाल सिंह का सोमवार को निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। मेरठ के एक अस्पताल में सोमवार सुबह साढ़े दस बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। प्रोफेसर किरण पाल सिंह वर्तमान में राष्ट्रीय लोकदल में सचिव थे।
उन्होंने 2021 में भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर राष्ट्रीय लोकदल का दामन थाम लिया था। वो 2020 में सपा छोड़ कर भाजपा में आए थे। बुलंदशहर की अगौता सीट से पांच बार विधायक बने। किरणपाल सिंह कभी मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाते थे। समाजवादी सरकार में मुलायम सिंह यादव ने उन्हें बेसिक शिक्षा मंत्री बनाया था।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण आंदोलन की उपज और चौधरी चरण सिंह के कट्टर अनुयायी प्रोफेसर किरणपाल सिंह 1980 में पहली बार अगौता विधानसभा सीट से विधायक बने थे। इस सीट से वह पांच पर विधायक चुने गए। किरण पाल सिंह मुलायम सिंह यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे।
किरणपाल का नाम साल 2006 के सबसे चर्चित कविता हत्याकांड में भी सामने आया था। इस मामले में सीबीआई ने किरणपाल सिंह से पूछताछ भी की थी। कविता कांड ने यूपी में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था और प्रदेश के खाद्य संसाधन मंत्री बाबू लाल को इस्तीफा देना पड़ा था।
किरणपाल के पार्थिव शरीर का बुलंदशहर में अंतिम संस्कार किया गया। उनके परिवार में पत्नी विमला हैं। बड़ी बेटी वासु चौधरी जज हैं और छोटी बेटी शुभम चौधरी डॉक्टर हैं। बड़ी बेटी ने ही पुत्र के दायित्व का निर्वहन करते हुए अपने पिता को मुखाग्नि दी। कांग्रेस, सपा, रालोद, भाजपा, बसपा, आम आदमी पार्टी समेत सभी दलों ने शोक व्यक्त किया है।