Bulandshahr News: एकजुट हों ब्राह्मण, बने विप्र कल्याण बोर्ड: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल

Bulandshahr News: शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि उनकी प्रेरणा से ही महासभा का गठन हुआ है। उन्होंने लोगों को शिक्षित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इक्कीसवीं सदी चल रही है।

Report :  Sandeep Tayal
Update:2024-10-20 19:40 IST

Bulandshahr News (Pic- Newstrack)

Bulandshahr News: बुलंदशहर में आयोजित ब्राह्मण एकता सम्मेलन में हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि राष्ट्र व समाज के उत्थान के लिए सभी ब्राह्मण संगठनों को मिलकर काम करना चाहिए, उन्होंने ब्राह्मण कल्याण आयोग के गठन की आवश्यकता पर भी बल दिया। बुलंदशहर जिले के खुर्जा स्थित वैद्य यज्ञदत्त आयुर्वेदिक महाविद्यालय परिसर में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में ब्राह्मण एकता सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला, पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र, सांसद डॉ. महेश शर्मा, पूर्व एमएलसी सतीश शर्मा, महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल दत्त शर्मा आदि ने मां सरस्वती की प्रतिमा व परशुराम के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि ब्राह्मण तपस्या के लिए जाने जाते हैं। यदि आप तपस्या नहीं करेंगे तो ब्राह्मण कैसे बनेंगे। उन्होंने यह बात अपने-अपने कार्यक्षेत्र में मेहनत करने की कही। उन्होंने सभी से एकजुट रहने का आह्वान भी किया। मुख्य अतिथि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने लोगों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र के प्रति मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पंडित मदन मोहन मालवीय के आदर्शों पर चलने की अपील भी की।

शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि उनकी प्रेरणा से ही महासभा का गठन हुआ है। उन्होंने लोगों को शिक्षित करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इक्कीसवीं सदी चल रही है। हमारा देश तेजी से विकास कर रहा है। भारत सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बन रहा है। अब भारत ऐसी स्थिति में है कि रूस के राष्ट्रपति भी कहते हैं कि यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध को सिर्फ भारत ही रोक सकता है। ब्राह्मणों ने हमेशा शिक्षा दी है। श्री राम और कृष्ण को ब्राह्मणों ने ही शिक्षा दी थी। इसलिए ब्राह्मणों को खुद पर गर्व होना चाहिए। इसके साथ ही मेहनत कर अपने कार्यक्षेत्र में सफल होना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि ब्राह्मणों ने सत्ता अपने हाथ में नहीं ली है। अगर ली होती तो चंद्रगुप्त को चाणक्य राजा नहीं बनने दिया जाता। उन्होंने लोगों से राष्ट्र के लिए काम करने, राष्ट्रवादी बनने और राष्ट्र के लिए काम करने वालों का साथ देने की अपील की। ​​उन्होंने सभी ब्राह्मणों से एकजुट रहने का आह्वान भी किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कलराज मिश्र ने की। मंच का संचालन महासभा के राष्ट्रीय महासचिव हरिओम शर्मा ने किया। विशिष्ट अतिथियों में गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा, अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम, हिमाचल प्रदेश के रेणुका पीठ के महामंडलेश्वर दयानंद भारती, शिव किशोर गौड़, विधायक संजय शर्मा, एमएलसी श्रीचंद शर्मा, पीतांबर शर्मा, महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतीश शर्मा, देवदत्त शर्मा, सतीश शर्मा, आचार्य बिशन कौशिक, भगवान दास सिंघल, आशीष शर्मा, डॉ. हिमांशु शर्मा, डॉ. सुधांशु शर्मा आदि ने भी सभा को संबोधित किया। अधिकांश वक्ताओं ने ब्राह्मण कल्याण आयोग के गठन की मांग उठाई। समारोह में आयोजकों ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए।

Tags:    

Similar News