Bulandshahr News: 22 साल बाद प्रदीप एनकाउंटर केस में 8 पुलिसकर्मी बा इज्जत बरी
Bulandshahr News: मृतक के परिजन एनकाउंटर को हत्या बताकर 22 साल से कोर्ट में केस लड़ रहे थे। पुलिस कर्मियों को बरी किए जाने के बाद अब प्रदीप के पिता कोर्ट के इस फैसले को हाइकोर्ट में चुनौती देने की बात कह रहे है।;
Bulandshahr News in Hindi: यूपी के बुलंदशहर में B.Tech प्रवेशार्थी के एनकाउंटर मामले में ADJ /FTC 4 बुलंदशहर कोर्ट ने रिटायर्ड CO सहित 8 पुलिस कर्मियों को बा इज्जत बरी कर दिया, वर्ष-2002 मे सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र के बिलसुरी में पुलिस ने रोडवेज़ बस में लूटपाट कर कंडक्टर को गोली मारने के आरोपी प्रदीप को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था, मृतक के परिजन एनकाउंटर को हत्या बताकर 22 साल से कोर्ट में केस लड़ रहे थे। पुलिस कर्मियों को बरी किए जाने के बाद अब प्रदीप के पिता कोर्ट के इस फैसले को हाइकोर्ट में चुनौती देने की बात कह रहे है। हालांकि बुलंदशहर कोर्ट के इस फैसले के बाद पुलिस कर्मियों के परिजनों में हर्ष व्याप्त है।
जानिए क्या था पूरा मामला
3 अगस्त 2002 को प्रदीप पुत्र यशपाल को सिकंदराबाद कोतवाली क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने मुठभेड़ में मार गिराया था, पुलिस ने दावा किया था कि दिल्ली से लखनऊ जा रही रोडवेज बस के कंडक्टर को गोली मारकर बदमाश प्रदीप भाग रहा था, जो एनकाउंटर में मारा गया। प्रदीप के पिता यशपाल ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए प्रदीप को B.Tech प्रवेशार्थी बताया और उसका कोई क्रिमिनल बैक ग्राउंड न होने की बात कहते हुए कोर्ट में 8 आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ याचिका दर्ज की थी जिसके बाद कोर्ट में मामला चला , कोर्ट के आदेश पर आरोपी पुलिस कर्मी जेल गए और जमानत पर छुटे थे।
CBCID ने भी प्रदीप एनकाउंटर को सही मानते हुए लगाई थी FR
B.tech प्रवेशार्थी प्रदीप एनकाउंटर केस में आरोपी पुलिस कर्मियों के अधिवक्ता धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि मामले में कोर्ट के आदेश पर पुलिस कर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मृतक के पिता की याचना पर सरकार ने इस प्रकरण की जांच सीबीसीआईडी को सौंपी थी, जांच में CBCID ने एनकाउंटर को सही मानते हुए मुकदमे में एफआर लगा दी थी। मामले की पूर्व में मजिस्ट्रेटी जांच भी हुई थी, यही नहीं इस मामले में कोर्ट में 2 IAS अफसरों के भी बयान हुए थे।
प्रदीप एनकाउंटर मामले में ये पुलिसकर्मी हुए बरी
B.Tech के प्रवेशार्थी प्रदीप एनकाउंटर मामले में ADJ/FTC 4 कोर्ट बुलंदशहर के न्यायधीश ने सबूत के अभाव में उस समय हाइवे पुलिस पेट्रोल जिप्सी न 6 के ड्राइवर से लेकर सिकंदराबाद के CO तक सभी को दोष मुक्त कर दिया। मंगलवार को अदालत ने रिटायर्ड CO रणधीर सिंह, सिपाही तोताराम, सिपाही रघुराज सिंह, सिपाही सतेंद्र, सिपाही मनोज, ड्राइवर श्रीपाल सिंह, दरोगा संजीव कुमार यादव समेत 8 पुलिसकर्मियों को बा इज्जत बरी कर दिया। सतेंद्र, श्रीपाल और संजीव अभी भी यूपी पुलिस सेवा में हैं, जबकि बाकी पुलिसकर्मी रिटायर्ड हो चुके हैं।
कोर्ट ने लुटेरे के एनकाउंटर को कर्तव्यों का सही निर्वहन माना*
डिफेंस पक्ष के वकील धीरेंद्र सिंह ने बताया कि अदालत ने इस एनकाउंटर मामले को पुलिसकर्मियों के कर्तव्यों का सही निर्वहन माना। एनकाउंटर में मारा गया प्रदीप बीटेक का छात्र नहीं था, बल्कि उसको कॉलेज की ओर से एडमिशन के लिए बीटेक का ऑफर लेटर मिला था। मंगलवार को ADJ/FTC कोर्ट बुलंदशहर के न्यायाधीश ने न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत साक्ष्यों, गवाहों के बयानों और दोनो पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद आरोपी 8 पुलिस कर्मियों को दोषमुक्त कर बरी कर दिया।
HC में देंगे फैसले को चुनौती: यशपाल*
एनकाउंटर में मारे गए प्रदीप के पिता यशपाल सिंह ने बताया कि वे कोर्ट के फैसले से निराश जरूर हैं, लेकिन वे हिम्मत नहीं हारे हैं। बेटे को न्याय दिलाने के लिए हाई कोर्ट का रुख करेंगे और इस फैसले को HC में चुनौती देंगे, जब तक बेटे को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक कानूनी लड़ाई जारी रहेगी।