Bulandshahr News: रिश्वतखोर लेखपालों पर चला डीएम का चाबुक, सिद्धार्थ और चिराग को किया निलंबित
Bulandshahr News: जिलाधिकारी सीपी सिंह के निर्देश के बाद जिला बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी टीकम सिंह ने चकबंदी लेखपाल सिद्धार्थ और चिराग को निलंबित कर दिया।
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर में डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने एक बार फिर भ्रष्टाचार के आरोपी लेखपालों पर चाबुक चलाया है। डीएम के निर्देश पर बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी टीकम सिंह ने दलित किसान से चकबंदी के नाम पर 1.8 लाख रुपए की रिश्वतखोरी और अभद्रता करने के आरोपी शिकारपुर के दो लेखपाल सिद्धार्थ और चिराग को किया निलंबित कर दिया है। प्रकरण की जांच बंदोबस्त अधिकारी सदर को सौंपी गई है। हालांकि, रिश्वत की रकम वापसी न मिलने पर पीड़ित किसान ने सीएम योगी के दरबार में जाकर गुहार लगाने की बात कही है। मामला सीएम के दरबार में पहुंचने के बाद बड़ी करवाई की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, किसान सोमवीर सिंह पुत्र रामप्रकाश सिंह निवासी ग्राम भीकमपुर की तहसील शिकारपुर लगती है। सोमवीर ने बताया कि पत्नी बबीता देवी ने ग्राम भीकमपुर में कास्ता भूमि चक सं0 318 बैनामा से क्रय की गई भूमि है। तहसील शिकारपुर में चकबंदी न्यायालय में चक अपील एक तरफ चक बनवाए जाने के सम्बन्ध में चक अपील बबीता बनाम सरकार धारा 21 मौजा भीकमपुर विचाराधीन है। पीड़ित किसान का आरोप है कि चकबंदी लेखपाल सिद्धार्थ और चिराग ने किसान की पत्नी को बहला फुसलाकर चक बनाने के नाम पर 180000 रुपए की कई बार में रिश्वत वसूली इसके बावजूद चक नहीं बनाए।
आरोप है कि रिश्वत की रकम वापस लेने को जब शिकारपुर तहसील में पीड़ित किसान गया तो चंकबंदी लेखपाल सिदार्थ व चिराग लेखपाल ने चकबंदी कार्यालय ऑफिस में सोमवीर और सुखपाल के साथ मारपीट की तथा सुखपाल को जाति सूचक शब्दो का प्रयोग कर अपमानित किया व सुखपाल को जान से मारने की धमकी दी है तथा मारपीट में सुखपाल के चहरे पर चाटे आई हैं। आरोप है रिश्वत की रकम नगद व पेटीएम से दी गई।
डीएम के एक्शन के बाद हुए निलंबित
प्रकरण का एक वीडियो ऑडियो भी वायरल हो रहा है, जिसके संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी ने भ्रष्ट लेखपालों पर चाबुक चला दिया। जिलाधिकारी सीपी सिंह के निर्देश के बाद जिला बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी टीकम सिंह ने चकबंदी लेखपाल सिद्धार्थ और चिराग को निलंबित कर दिया। मामले की जांच बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी सदर को सौंप कर निलंबित लेखपालों को उनके कार्यालय से संबद्ध किया गया है। लेखपालों पर हुई कार्रवाई से हड़कंप मचा है।
सीएम योगी के दरबार में पीड़ित किसान लगाएगा गुहार
पीड़ित किसान सोमवीर और सुखपाल ने बताया कि नगद और पेटीएम से वसूली गई रिश्वत की रकम अभी तक उन्हें वापस नहीं मिली है। रिश्वतखोरों पर भले ही कार्रवाई हो गई, लेकिन वसूली गई रिश्वत की रकम वापस लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में गुहार लगाएंगे और रिश्वत की रकम वापस लेकर रहेंगे।
प्रकरण में सीएम योगी कर सकते हैं बड़ी कार्रवाई
दरअसल, भ्रष्टाचार को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस पॉलिसी और उनके एक्शन मोडो से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि पीड़ित परिवार सीएम के दरबार में पहुंच गया, तो सीएम योगी आदित्यनाथ प्रकरण को लेकर बड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।