Chitrakoot News Today: यूपी एसटीएफ ने साढ़े पांच लाख के इनामी कुख्यात दस्यु सरगना गौरी यादव को मुठभेड़ में मार गिराया
Chitrakoot News Today: साढ़े 5 लाख के इनामी कुख्यात दस्यु सरगना गौरी यादव को आज (30 अक्टूबर) सुबह तड़के चित्रकूट जंगलों में यूपी एसटीएफ की जाबांज टीम ने मार गिराया।
Chitrakoot News Today: उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश में आतंक का पर्याय बने साढ़े 5 लाख के इनामी कुख्यात दस्यु सरगना गौरी यादव को आज (30 अक्टूबर) सुबह तड़के चित्रकूट जंगलों में यूपी एसटीएफ की जाबांज टीम ने मार गिराया। एसटीएफ व दस्यु सरगना गौरी यादव के बीच यह जबरदस्त मुठभेड़ चित्रकूट जनपद के थाना बाहिलपुरवा इलाके के माधा के जंगलों में हुई है। यूपी एसटीएफ को मुठभेड़ स्थल से AK 47 व एक क्लाश निकोव सेमी ऑटोमेटिक रायफल, एक 12 बोर की बंदूक व सैकड़ों कारतूस मिले हैं।
इस कुख्यात दस्यु सरगना की एसटीएफ को थी काफी तलाश
इस कुख्यात दस्यु सरगना गौरी यादव की यूपी एसटीएफ को काफी दिनों से तलाश थी।बीती रात्रि एसटीएफ को अपने खास मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुख्यात दस्यु सरगना अपने गिरोह के साथ चित्रकूट के थाना बाहिलपुरवा के माधा के जंगलों में डेरा डाले हुए है।इस सूचना पर बीती रात्रि यूपी एसटीएफ की टीम ने इस दस्यु सरगना को घेर लिया और आत्मसमपर्ण के लिए ललकारा। लेकिन इस दस्यु सरगना ने एसटीएफ टीम पर AK 47 रायफल से हमला बोल दिया।लगभग तीन घण्टे तक रुक रुक कर चली इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से सैकड़ों राउंड से अधिक गोलियाँ चलीं हैं।
दिल्ली पुलिस के दरोगा कर दी थी हत्या
गत 16 मई, 2013 में इस कुख्यात दस्यु सरगना गौरी यादव को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की टीम बिलहारी गांव के जंगलों में दविश मारने गयी थी।तब दिल्ली पुलिस से मुठभेड़ के दौरान इस कुख्यात दस्यु सरगना ने दिल्ली पुलिस के दरोगा की गोली मारकर हत्या कर दी थी और उसकी सरकारी रिवाल्वर भी लूट ली थी।गत 2016 में बिलहारी गांव के तीन ग्रामीणों की गोली मारकर हत्या कर दी थी जबकि 2017 में कुलहुआ गाँव के जंगलों में तीन ग्रामीणों को इस कुख्यात दस्यु सरगना में जिंदा जला दिया था।बताया जा रहा है कि यूपी एमपी के विभिन्न थानों में उस पर 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
यूपी एमपी सरकार के लिये था आतंक का पर्याय
बताया जा रहा है कि ददुआ, ठोकिया, बलखड़िया, रागिया, बबलू कोल व लवलेश कौल के मारे जाने के बाद से ये दस्यु सरगना गौरी यादव यूपी एमपी पुलिस के लिए एक दशक से चुनोती बना हुआ था।गत 2001 में इस कुख्यात सरगना ने डकैत गोप्पा के साथ अपराध की दुनियां में कदम रखा था।तब से इसकी इलाके में बादशाहत कायम थी।