विधान परिषद में पत्रकारों के उत्पीड़न का उठा मामला, जानिए क्या बोली सरकार
नेता सदन ने कहा कि पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने मामलों में कार्रवाई भी की है।
लखनऊ: विधानपरिषद में आज पत्रकारों के उत्पीड़न का मामला उठा। कांग्रेस के दीपक सिंह ने प्रदेश के पत्रकारों का उत्पीड़न किये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। नेता सदन ने कहा कि पत्रकारों और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कई घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हमने मामलों में कार्रवाई भी की है।
शिक्षक दल के सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने प्रदेश के शिक्षकों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा अनुमन्य कराये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया। शिक्षक दल के अलावा निर्दलीय समूह के राज बहादुर सिंह चन्देल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
सपा के नरेश चन्द्र उत्तम, आनन्द भदौरिया, राजेश यादव, डा0 संजय लाठर, राम अवध यादव, जितेन्द्र यादव एवं अन्य सदस्यों ने प्रदेश के गन्ना किसानों के गन्ना मूल्य में वृद्धि तथा बकायों का भुगतान कराये जाने का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया।
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ग्राहय्ता पर सपा के डाॅ संजय लाठर, जितेन्द्र यादव, आनन्द भदौरिया एवं शशांक यादव ने कहा सरकार किसानों का बकाया गन्ना मूल्य नहीं दे रही है। गन्ना मूल्य तीन वर्षों से बढ़ाया नहीं गया है। सरकार उद्योगपतियों का साथ दे रही है।
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गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा गन्ना किसानों को भाजपा सरकार में रिकार्ड भुगतान किया गया है। हम किसानों की आय दोगुनी करेंगे। गन्ना उत्पादन बढ़ा है और हम तकनीक साथ किसानों को जोड़ने का काम कर रहे हैं। सरकार के जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।
रिपोर्ट: श्रीधर अग्निहोत्री
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