Chitrakoot Schools Situation: स्कूलों की बदहाली, ध्वस्त शौचालय, टूटे गेट खिड़की व गंदगी के बीच पढ़ रहे बच्चे
Chitrakoot Schools Situation:
Chitrakoot Schools Situation: केंद्र व प्रदेश सरकार प्राथमिक विद्यालय सुधार के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही हैं लेकिन प्राथमिक विद्यालय कटरा गुदार स्कूल की स्थिति बाद से बदत्तर है. विद्यालय में कोई परिवर्तन नहीं आया है अभी भी छात्र-छात्राएं खुले में शौच को मजबूर है छतों थोड़ी सी वर्षा में टपकने लगती है और कमरों पर बैठे छात्र व उनकी किताबे भीग जाती हैं.
मीनू के अनुसार विद्यालय में कभी भोजन नहीं बनता छात्र छत्राओं ने बताया कि मानक के अनुसार खाना नहीं मिलता है खाने में दूध व फल हमको आज तक कभी नही दिया गया है. विद्यालय में हमेशा खिचड़ी ही बनवाई जाती है. कहा जाता हैं कि इससे शरीर स्वास्थ रहता है. खिचड़ी में भी चावल और दाल के अलावा कुछ भी नहीं डाला जाता है.
वही गांव के छूकन व महेश ,रामसेवक केवट , लोटन , नन्ही, ने बताया कि विद्यालय में हमारे बच्चे पढ़ते हैं हमारे बच्चों को खाने के लिए अच्छे से खाना नहीं दिया जाता जिस कारण से बच्चे दोपहर में घर आकर खाना खाते हैं. विद्यालय में खिचड़ी के अलावा भोजन में कभी कुछ नही बनवाया जाता और मीनू के अनुसार मध्यान भोजन नहीं बनवाया जाता है.
लोगो ने कहा कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका से कहते हैं तो वह हम लोगों से कहती हैं कि जो मिल गया उसको खाने दे अगर ज्यादा पूछताछ की जाती हैं तो मनगढंत आरोप लगाना चालू कर देती हैं।
विद्यालय की हालत से लगता हैं कि यहाँ पर पुताई कई सालों से नहीं कराई गई है न ही बच्चों को खेलकूद की सामग्री दी जाती है। बेसिक शिक्षा अधिकारी लव प्रकाश यादव ने कहा खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया है विद्यालय की जांच करें व्यवस्थाओं को सही कराएं दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें