UP News: जिन जनपदों में विश्वविद्यालय नहीं, वहां खुलेंगी नई यूनिवर्सिटी: मुख्यमंत्री
UP News: सीएम योगी ने बताया कि 2017 से पहले प्रदेश में 12 मेडिकल कॉलेज थे। पिछले छह सालों के प्रयास के बाद वर्तमान में 45 जिलों में सरकारी मेडिकल कालेज संचालित हैं। जबकि 16 का निर्माणकार्य चल रहा हैं। पीपीपी मोड पर 16 अन्य मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है।;
UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश के प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थान समूहों को उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रण किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा में किया गया निवेश कभी व्यर्थ नहीं जाता है। यह देश और समाज का भविष्य संवारने का माध्यम है। अधिक युवा आबादी वाले उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में अनंत संभावनाएं हैं। निजी क्षेत्र को इसका लाभ उठाना चाहिए। जिन जिलों में विश्वविद्यालय नहीं हैं वहां पर स्थापना करने वाले संस्थानों को सरकार हर संभव मदद करेगी।
विद्यालयों में लगातार बढ़ रहे छात्रों का ग्राफ
उन्होने कहा कि बीते दशकों में शिक्षा के प्रति लापरवाही बरती गई। लेकिन अब पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रदेश शिक्षा के प्रति जागरुक हो गया है। वर्तमान में प्रदेश की इंफ्रस्ट्रक्चर डेवलपमेंट और कनेक्टिविटी बेहतर हुई है। 2017 से पहले प्रदेश में 12 मेडिकल कॉलेज थे। पिछले छह सालों के प्रयास के बाद वर्तमान में 45 जिलों में सरकारी मेडिकल कालेज संचालित हैं। जबकि 16 का निर्माणकार्य चल रहा हैं। पीपीपी मोड पर 16 अन्य मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जा रही है।
यूपी में 22 राज्य व 03 केंद्रीय विश्वविद्यालय संचालित
वर्तमान में यूपी में 22 राज्य व 03 केंद्रीय विश्वविद्यालय संचालित हैं। 03 राज्य विश्वविद्यालय निर्माणाधीन हैं। वहीं 36 निजी विश्वविद्यालय, दो एम्स, दो आईआईटी व आईआईएम संचालित हैं। इसके अलावां 2000 से अधिक पॉलिटेक्निक व वोकेशनल इंस्टिट्यूट भी संचालित हैं। इसके बावजूद अभी ऐसे कई जनपद हैं जहां पर कोई विश्वविद्यालय संचालित नहीं है। स्थानीय युवाओं की मांग को देखते हुए राज्य सरकार नें निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना को प्रोत्साहित किया। इसके पॉजिटिव परिणाम मिले हैं। निजी शिक्षण संस्थानों नें शाहजहांपुर, बागपत और चित्रकूट जनपद में अपनी रुचि जाहिर की है।
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 1.91 करोड़ बच्चे कर रहे पढ़ाई
सीएम योगी ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 1.91 करोड़ बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों के परिजनों के खाते में ₹1200 ट्रांसफर किये गए हैं। इस साल 56 लाख बच्चों ने यूपी बोर्ड की परीक्षा दी। छात्रों का यह आंकड़ा कई राज्यों की जनसंख्या से भी अधिक है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के लिए यूपी में अपार संभावनाएं हैं।
06 वर्षों में साढ़े 05 करोड़ लोग गरीबी से हुए मुक्त
संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सस्टनेबल डेवलपमेंट की नीति की चर्चा करते हुए नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट के हवाले से कहा कि बीते 06 वर्षों में साढ़े 05 करोड़ लोगों को गरीबी से उबारा गया है। लगभग सभी क्षेत्रों में अविश्वसनीय कार्य किए गए हैं। उन्होंने कही कि शिक्षा के क्षेत्र में निजी क्षेत्र के सहयोग से उत्तर प्रदेश नए मानक स्थापित कर सकता है। सरकार सभी निवेशकों की सुरक्षा और सम्मान रक्षा करेगी।
संवाद में ये शामिल हुए
- डॉ. एमआर जयराम-चेयरमैन-रमैया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, कर्नाटक
- डॉ. अमित भल्ला- वाइस प्रेसिडेंट-मानव रचना एजुकेशनल इंस्टीट्यूशन, हरियाणा
- जीबी सेल्वम- वाइस प्रेसिडेंट- वीआईटी यूनिवर्सिटी, वेल्लौर
- संजीब कुमार - प्रेसिडेंट- सीबी रमन ग्लोबल यूनिवर्सिटी, ओडिशा
- डॉ. एन विशाल हेगड़े- प्रो-चांसलर- नित्ति डीम्ड यूनिवर्सिटी-कर्नाटक
- एस. सिमरप्रीत सिंह- निदेशक-जेआईएस ग्रुप एजुकेशनल इनिशिएटिव-पश्चिम बंगाल
- डॉ मोहम्मद फरहाद- कर्नाटक
- रवि वर्मा-प्रो चांसलर- एमएनआर यूनिवर्सिटी-तेलंगाना
- ध्रुव गलगोटिया- सीईओ- गलगोटिया यूनिवर्सिटी
- अभय छबि-प्रो चांसलर- अलायंस यूनिवर्सिटी-कर्नाटक
- नवस केएम- सीईओ-केएमसीटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन-केरल
- विनीत गुप्ता-निदेशक-जेम्बोर एजुकेशनल प्रा.लिमिटेड-दिल्ली
- अमित गुप्ता- चेयरमैन- जेआईएमएस-दिल्ली
- राहुल सिंघी- निदेशक-पूर्णिमा यूनिवर्सिटी-राजस्थान
- पीएन राजदान- एडवाइजर-ईपीएसआई रमैया ग्रुप, कर्नाटक
- गुरुचरण-निदेशक- एमएस रमैया यूनिवर्सिटी ऑफ अप्लायड साइंस-कर्नाटक
- पी.पलानीवेल- एक्जीक्यूटिव सेक्रेटरी-ईपीएसआई