वैदिक मन्त्रों के बीच 3500 जोड़ों का विवाह, आशीर्वाद देंगे CM योगी
प्रदेश की योगी सरकार गुरुवार को साढ़े तीन हज़ार बेटियों का विवाह करने जा रही है। इसमें उन बेटियों का विवाह कराया जाएगा जो गरीब श्रमिकों की हैं और इसी गरीबी के चलते वो विवाह नहीं कर पा रहे हैं।
लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार गुरुवार को साढ़े तीन हज़ार बेटियों का विवाह करने जा रही है। इसमें उन बेटियों का विवाह कराया जाएगा जो गरीब श्रमिकों की हैं और इसी गरीबी के चलते वो विवाह नहीं कर पा रहे हैं। किसी एक कार्यक्रम स्थल पर 3500 जोड़ों का विवाह कराने के लिए इतना विशाल सामूहिक विवाह आयोजित कराने का विश्व कीर्तिमान बनेगा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित होकर वैवाहिक जोड़ों को मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर आशीर्वाद देंगे।
विवाह धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार होगा संपन्न
कार्यक्रम में सभी जोड़ों का विवाह धार्मिक रीति-रिवाजों एवं मान्य परंपराओं के अनुसार संपन्न कराया जाएगा। एक ओर जहां वैदिक मंत्र गूंजेंगे वही दूसरी ओर निकाह के समय कुबूल है की आवाज भी सुनाई पड़ेगी। यह सामूहिक विवाह कार्यक्रम सर्वधर्म एकता की मिसाल भी बनेगा तथा समाज में भाईचारा एवं आपसी सौहार्द को बढ़ाने वाला होगा। कार्यक्रम स्थल में श्रमिक परिवारों को जहां स्वादिष्ट पकवान परोसे जाएंगे, वही सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए हैं, जिससे वर-वधू और उनके परिजन फोटो खिंचवा कर अपनी इस स्मृति को सहेजेंगे ।
अनेकों कल्याणकारी योजनाएं व कार्यक्रम
प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रमिकों, गरीबों, कामगारों एवं आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों की खुशहाली के लिए एवं जीवन में आगे बढ़ने के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं व कार्यक्रम संचालित कर रही है। उन्हें योजनाओं का लाभ देकर समाज में सम्मानपूर्वक जीवन यापन करने का अवसर प्रदान कर रही है। श्रमिकों को अब ना अपनी बेटियों की शादी की चिंता करनी है और ना ही बच्चों की पढ़ाई की। मौर्य ने बताया कि श्रम विभाग की ओर से लखनऊ में डिफेंस एक्सपो कार्यक्रम स्थल वृंदावन योजना, आवास विकास परिषद, रायबरेली रोड में आयोजित होने वाली मंडल स्तरीय सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों का उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित कन्या विवाह सहायता योजना के तहत चयन किया गया है।
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विवाह के लिए आर्थिक सहायता
इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिक की पुत्री के विवाह के लिए 55000 की आर्थिक सहायता दी जाती है। अंतरजातीय विवाह करने पर 65000 की आर्थिक सहायता एवं सामूहिक विवाह कार्यक्रम स्थल पर शादी करने पर 75000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना से निर्माण श्रमिक की दो पुत्रियों तक को लाभान्वित किया जाता है। इसमें पुत्री की आयु 18 वर्ष एवं वर की आयु 21 वर्ष से अधिक होना आवश्यक है तथा लाभ लेने के लिए श्रमिक का पंजीयन भी 100 दिवस पुराना होना चाहिए।
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विवाह अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम
उन्होंने कहा कि इस वैवाहिक कार्यक्रम में लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, उन्नाव, लखीमपुर खीरी एवं बाराबंकी जनपद में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की पुत्रियों का विवाह किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विवाह अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे की इन पुत्रियों को लगे कि उनके विवाह में पूरा प्रशासन उनके परिवार के रूप में वैवाहिक रस्में निभा रहा है। यह वैवाहिक कार्यक्रम अद्भुत होगा और समाज व आने वाले समय के लिए मिसाल बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब की बेटी की शादी में कोई कमी नहीं होने देगी। विवाह कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले श्रमिक परिवारों को कोई असुविधा ना हो। इसके लिए शासन प्रशासन द्वारा इसकी पूरी तैयारी की गई है।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री