यूपी में संक्रमण रोकने की तैयारी तेज, CM ने किया चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम का गठन
यूपी में कोरोना संक्रमण में आयी तेजी से मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसजीपीजीआई, डॉ. राम मनोहर लोहिया...
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: यूपी में कोरोना संक्रमण में आयी तेजी से मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसजीपीजीआई, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान तथा केजीएमयू के चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम गठित की है। चिकित्सा विशेषज्ञों की यह टीम अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा के समन्वय से कार्य करेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि कोविड-19 के सन्दर्भ में किसी भी प्रकार की समस्या आने पर इस टीम के साथ संवाद बनाते हुए उनका समाधान किया जाए।
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इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा प्राइवेट हाॅस्पिटल, आईएमए तथा नर्सिंग एसोसिएशन के साथ संवाद बनाते हुए कोविड-19 के रोगियों के इलाज की व्यवस्था आवश्यकतानुसार सुनिश्चित की जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को रोज सुबह और शाम को कोविड-19 के संबंध में समीक्षा करने का निर्देश देते हुए कहा कि नोडल अधिकारियों को अपडेट स्थिति की जानकारी देकर कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोगियों के परिजनों से भी संवाद बनाया जाए और उन्हें अनिवार्य रूप से रोगी की स्थिति की जानकारी प्रदान की जाए। उन्होंने बाढ़ के प्रति सतर्कता बरतते हुए बाढ़ पीड़ितों को राहत प्रदान करने की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए।
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देर शाम तक हुई मीटिंग
मुख्यमंत्री देर शुक्रवार देर शाम अपने सरकारी आवास पर प्रदेश भर के मंडलायुक्त, एडीजी, आईजी, डीआईजी, जिलाधिकारी, सीडीओ, सीएमओ, नगर आयुक्त तथा पुलिस कप्तानों के साथ कोविड-19 की चुनौतियों एवं स्वच्छता अभियान व संचारी रोगों के नियंत्रण के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे थे।
सीएम योगी ने निर्देशित करते हुए कहा कि कोविड-19 के सन्दर्भ में शासन द्वारा तय की गई व्यवस्थाएं प्रत्येक जनपद में समान रूप से लागू की जाएं। प्रत्येक जनपद में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एवं कण्ट्रोल सेण्टर स्थापित किए जाएं, जो कोविड-19 सम्बन्धी सभी कार्यवाहियों व गतिविधियों की माॅनीटरिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन के सम्बन्ध में स्थानीय स्तर पर निर्णय लेते हुए सख्ती से कार्यवाही की जाए।
डोर-टू-डोर सर्वे अभियान सुनिश्चित किया जाए
डोर-टू-डोर सर्वे अभियान व्यापक स्तर पर सुनिश्चित किया जाए। रैपिड टेस्ट किए जाएं और कोरोना संदिग्ध केसेज को शीघ्रता के साथ कोविड हाॅस्पिटल में भर्ती करने की कार्यवाही हो। उन्होंने कहा कि कोविड हाॅस्पिटल में पर्याप्त संख्या में बेड मौजूद हैं। सर्वे के समय कोविड-19 रोगी की स्थिति के अनुसार उसे एल-1, एल-2 या एल-3 अस्पताल में भर्ती किए जाने की व्यवस्था की जाए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद में रैपिड टेस्ट किट उपलब्ध करायी जा रही हैं। इसके सम्बन्ध में लोगों को उचित प्रशिक्षण देते हुए 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जनपदों में न्यूनतम 500 तथा इससे अधिक आबादी वाले जिलों में कम से कम 1000 रैपिड एण्टीजेन टेस्ट प्रतिदिन सुनिश्चित किए जाएं। सर्विलांस टीम प्रभावी ढंग से कार्य करें।
कोरोना की जांच प्रक्रिया में तेजी लायी जाए
इन टीमों को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए। सर्वे गतिविधियों को मिशन मोड में संचालित किया जाए। हर जनपद में कोरोना की जांच प्रक्रिया में तेजी लायी जाए। उन्होंने इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरते जाने के निर्देश दिए।
सीएम ने मेरठ, लखनऊ, कानपुर नगर, गाजियाबाद, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, एटा, मथुरा, गोण्डा, बस्ती, गोरखपुर, कुशीनगर, बलिया, वाराणसी, सोनभद्र, प्रयागराज तथा झांसी के जिलाधिकारियों से कोविड-19 संक्रमण की स्थिति, डोर-टू-डोर सर्वे, सर्विलांस, रैपिट टेस्ट, काॅन्टैक्ट टेस्टिंग आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
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