गोरखपुर में छात्रों से बोले सीएम योगी: डिग्री पाकर सिर्फ नौकरी के पीछे न भागें

आपके संस्था का नामकरण महामना मदन मोहन मालवीय के नाम पर किया गया है। मालवीय जी चाहते थे कि बौद्धिक, आध्यात्मिक और चारित्रिक विकास विद्यार्थियों का हो।

Update:2019-08-22 20:18 IST

गोरखपुर: प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में शामिल हुए।

समारोह के मुख्य अतिथि योगी आदित्यनाथ रहे। वहीं अध्यक्षता कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने किया। पद्म विभूषण से सम्मानित इंफोसिस के संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति को विश्वविद्यालय की ओर से इस अवसर पर उन्हें डीएससी की मानद उपाधि प्रदान की गई।

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल द्वारा 21 टॉपरों को वीसी गोल्ड मेडल व12 मेमोरियल गोल्ड मेडल प्रदान किये गया।

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वहीं महामहिम राज्यपाल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कुछ प्राइमरी स्कूल के बच्चों को भी फल और किताब वितरित किए गए।

वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता, जीवन कुछ न कुछ सीखते रहने का नाम है।

मुख्यमंत्री योगी ने छात्रों से कहा कि डिग्री पाकर सिर्फ़ नौकरी के पीछे न भागें बल्कि समाज के उत्थान में आपकी क्या भूमिका हो सकती है।

इस पर भी चिंतन करें और अपनी डिग्री की सार्थकता को प्रमाणित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन को औपचारिक बनाकर भीड़ तंत्र का हिस्सा न बनें।

मुख्यमंत्री ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का गोरखपुर की धरती पर प्रथम आगमन के लिए अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने इंफोसिस के संस्थापक इं.एन.आर. नारायण मूर्ति को डीएससी की मानक उपाधि एवं सभी छात्र-छात्राओं को डिग्री प्राप्त करने पर बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीक्षांत समारोह गुरुकुल की परंपराओं एवं उपनिषदों की भावनाओं को आगे बढ़ा रहा है। सत्य बोलना, धर्म के मार्ग पर चलना एवं स्वाध्याय से कभी विमुख न होने की प्रेरणा देता है।

जिन छात्र-छात्राओं को राज्यपाल द्वारा आदर्श के पथ पर चलने की प्रतिज्ञा दिलाई गई है, उन्हें उस प्रतिज्ञा को निभाना है।

बीजेपी ने सरकार बनते ही 15 करोड़ लोगों तक खाद्यान पहुंचाया

मुख्यमंत्री ने तकनीकी के महत्व का वर्णन करते हुए कहा कि पहले प्रदेश में भूख से मौत होने की खबरें अक्सर सामने आती थीं मगर प्रदेश में बीजेपी सरकार बनते ही 15 करोड़ लोगों तक खाद्यान पहुंचाया।

सरकार ने गड़बड़ी रोकने के लिए राशनकार्डों की जांच की करवाई और आधार से जोड़कर ई-पॉश मशीनें लगाई गई। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में 2 रुपये किलो गेहूं, 3 रुपये किलो चावल दिया जा रहा है।

सरकार ने तकनीकी इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगने के साथ ही और एक हजार करोड़ रुपये की बचत भी की।

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देश के प्रत्येक घर तक शुद्ध पेय जल पहुंचाया जाना है

मुख्यमंत्री योगी ने कहा 2024 तक 'हर घर नल' योजना के तहत प्रदेश के प्रत्येक घर तक शुद्ध पेय जल पहुंचाया जाना है। इसमें तकनीकी का कैसे बेहतर उपयोग हो सकता है इसके लिए प्रौद्योगिकी के छात्रों को आगे आना चाहिए।

नदियों के प्रदूषण को रोकने, सस्ते आवास बनाने जैसे लोक कल्याणकारी कार्यों में भी बेहतर तकनीकी के इस्तेमाल के लिए प्रौद्योगिकी संस्थानों को आगे आना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 1977 से 2017 तक इंसेफ्लाइटिस के चलते हजारों मौतें हुईं। पिछले 25 वर्षों में मेरे द्वार इंसेफ्लाइटिस के विरुद्ध सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई लड़ी गई है और सरकार बनने के बाद सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया गया।

जिसकी वजह से इंसेफ्लाइटिस को नियंत्रित किया जा सका। उन्होंने बताया कि 2018 में 86 मरीज भर्ती हुए थे, जिनमें 6 मौतें अगस्त महीने में सामने आई थी।

50 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया है

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 में देश में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार आने के बाद, 10 करोड़ से ज्यादा लोगों को शौचालय, ढाई करोड़ से ज्यादा लोगों को आवास, करीब 50 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया है।

वहीं यूपी की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित होकर अपार प्रसन्नता हो रही है छात्र छात्राओं को आशीर्वाद देती हूं।

आपके संस्था का नामकरण महामना मदन मोहन मालवीय के नाम पर किया गया है। मालवीय जी चाहते थे कि बौद्धिक, आध्यात्मिक और चारित्रिक विकास विद्यार्थियों का हो।

विद्यार्थी महामना के उपदेशों को अपने जीवन में उतारें। बाबा गोरक्षनाथ को भी नमन करती हूं। मैं नारायण मूर्ति जी का भी स्वागत करती हूं। सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में दिए गए आपके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।

जीवन में उपाधि प्राप्त कर नौकरी पा जाना ही जरूरी नहीं है

जीवन में उपाधि प्राप्त कर नौकरी पा जाना ही जरूरी नहीं है। उसकी सार्थकता को प्रमाणित करने के लिए हमें ऐसे कार्य करने होंगे। क्षेत्र के लोगों के जीवन को किस तरह से हम बेहतर बना सकते हैं। इसके बारे में सोचना होगा।

योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए सरकार के साथ-साथ आम लोग भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाये तो योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकता है।

देश और प्रदेश का विकास तभी होगा जब हमारी नई पीढ़ी शिक्षित होगी आने वाला समय तीव्र स्पर्धा का है। यश प्रदान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जन नई तकनीकों का आविष्कार होता है।

वह हमारे देश के लिए भी उपयोगी होती है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के विकास से जुड़ने के लिए स्किल इंडिया स्टार्टअप इंडिया और स्टैंड अप इंडिया जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं का शुभारंभ किया है।

सरकारी नौकरी के आधार पर बेरोजगारी दूर नहीं की जा सकती

सरकारी नौकरी के आधार पर बेरोजगारी दूर नहीं की जा सकती है इसलिए युवाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए योजनाएं महत्वपूर्ण होती है।

उन्होंने यह संदेश दिया है कि बेरोजगार मांगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बने हम सबकी जिम्मेदारी है, कि सीधे मिलने वाले लाभ की योजनाओं को हम जनता तक पहुंचाएं।

सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहिए। मैं कहना चाहूंगी कि वास्तविक जीवन में भी लोग सफल नहीं होते हैं बुनियादी और परिश्रमी होते हैं। बल्कि वह सफल होते हैं जो अत्यधिक कुशल होते हैं। सफलता प्राप्त करने का मूल मंत्र आत्मविश्वास है।

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