शोभायात्रा के दौरान दो पक्षों में जमकर हुआ बवाल, आलाधिकारी मौके पर पहुंचे
बीजेपी सांसद राघव लखनपाल ने गुरुवार को भीमराव अम्बेडकर की शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा जैसे ही मुस्लिम इलाके में पहुंची कुछ शरारती तत्वों ने पथराव कर दिया
सहारनपुर: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद राघव लखनपाल ने सहारनपुर से सटे सड़क दूधली गांव से गुरुवार (20 अप्रैल) को डॉ. भीमराव अम्बेडकर की शोभायात्रा निकली। शोभायात्रा जैसे ही मुस्लिम इलाके पहुंची वहां कुछ लोगों ने पथराव करना शुरू कर दिया।
मौके पर जिलाधिकारी शफकत कमाल और एसएसपी लव कुमार ने पहुंचकर मामले को शांत कराने की कोशिश की लेकिन बवाल बढ़ता हुआ नजर आया । दोनों पक्षों में हुए बवाल के बाद शहर में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है।
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क्या है मामला?
थाना जानकपुरी क्षेत्र के गांव सड़क दूधली काफी समय से संवेदनशील माना जाता है। करीब दस साल पहले भी गांव में संत रविदास जयंती पर शोभायात्रा निकालने को लेकर दलित और मुसलमानों में विवाद हुआ था। एक सप्ताह पहले डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती की शोभायात्रा निकालने के लिए एसडीएम सदर के यहां अनुमति के लिए आवेदन किया गया था, लेकिन एसडीएम सदर की ओर से शोभायात्रा निकालने की अनुमति नहीं मिली थी।
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गुरुवार की सुबह करीब दस बजे गांव में शोभायात्रा निकालने की तैयारी की गई, लेकिन प्रशासन ने शोभायात्रा को आगे नहीं बढ़ने दिया। इसकी जानकारी जब बीजेपी नेताओं को हुई तो बीजेपी सांसद राघव लखन पालशर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष अमित गगनेजा, पूर्व विधायक राजीव गुंबर समेत सैकड़ों बीजेपी नेता पुलिस चौकी ट्रासंपोर्ट नगर पर पहुंच गए। जहां नेताओं और पुलिस के बीच नोंकझोंक हुई।
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-शोभायात्रा निकालने वाले आयोजक और शहर से गए विभिन्न हिंदू संगठनों से जुड़े युवा गांव में शोभायात्रा निकाले जाने की जिद पर अड़े रहें।
-दोनों ओर से करीब 15 मिनट तक जबरदस्त पथराव होता रहा।
-इसके बाद उपद्रवियों ने गांव की करीब आधा दर्जन दुकानों में तोड़फोड़ की और गांव के बाद पंचकूला देहरादून हाईवे पर एक दुकान का फर्नीचर तोड़कर उसमें आग लगा दी।
-पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद लाठीचार्ज कर इन उपद्रवियों को खदेड़ा।
-इस हिंसक लड़ाई में राघव लखनपाल शर्मा समेत करीब आधा दर्जन लोगों को पत्थर लगने से चोट आई है।