ताजनगरी में किन्नरों ने यूं लुटाए लाखों के नोट, सड़क पर नाचते गाते निकाली कलश यात्रा
ताजनगरी में गुरुवार (8 जनवरी) को किन्नरों ने कलश यात्रा निकाली गई। आगरा के मिलन नाटिका में चल रहे 15 दिवसीय विशाल किन्नर समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन में नोट लुटते देख हर कोई बस देखता ही रह गया।
आगरा: ताजनगरी में गुरुवार (8 जनवरी) को किन्नरों ने कलश यात्रा निकाली। आगरा के मिलन नाटिका में चल रहे 15 दिवसीय विशाल किन्नर समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन में नोट लुटते देख हर कोई बस देखता ही रह गया।
पहले किन्नरों ने गुरुवार को अपने सम्मलेन स्थल खेरिया मोड़ स्थित मिलन वाटिका में पूजा पाठ किया। फिर पूजा पाठ के दौरान दो हजार और 500 के नोट ऐसे लुटाए गए कि बस हर कोई देखता ही रह गया। इसके बाद गुरुवार किन्नरों ने अपने जजमानों के परिवार की सुख शांति के लिए रोड पर कलश यात्रा निकाली।
इस दौरान बैंड बाजों की धुन पर मस्ती भरे गीतों के साथ जब यह किन्नर थिरक रही थी। इनको देखने के लिए अपार जनसमूह उमड़ पड़ा। कहीं कोई सेल्फी की जुगाड़ लगा रहा था तो कोई अश्लील फब्तियां कस रहा था।
सैकड़ों किन्नरों ने लिया भाग
मस्त भरी अदाओं के साथ ठुमके लगाती यह वह किन्नर महिलाएं हैं जो दूसरों की खुशियों और उनको बधाई देने के लिए अक्सर नाचते गाते देखी जा सकती हैं। शादी और संतान का सुख न भोगने वाली ये किन्नर हमेशा दूसरों की खुशियों में शरीक होते हुए बधाई गाते हुए नजर आते हैं। लेकिन इन दिनों ताज नगरी आगरा में विशाल किन्नर समाज सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से सैकड़ों किन्नर भाग ले रहे हैं।
किन्नरों ने यह कलश यात्रा गोकुलपुरा मंगलेश्वर मंदिर से शुरू हुई और शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए सम्मेलन स्थल पर जाकर संपन्न होगी। जब यह कलश यात्रा बैंडबाजों के साथ बड़े धूमधाम के साथ निकाली जा रही थी उस समय इस यात्रा को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। कलश यात्रा को देखने वाले लोग किन्नरों की मनमोहक अदा को अपने मोबाइल में न सिर्फ कैद कर रहे थे बल्कि इनके साथ सेल्फी भी ले रहे थे। मनमोहक अदाओं उसके साथ जब फिल्मी गानों पर नृत्य करते हुए ठुमके लगा रही थी। इनकी हर एक अदा पर उपस्थित लोग तालियां बजाकर इनका स्वागत कर रहे थे।
लोगों को दिया आशीर्वाद
वहीं जगह-जगह यह लोगों को आशीर्वाद देते हुए नजर आए। सम्मेलन की मुख्य आयोजनकर्ता हरिया भाई ने बताया कि 15 दिवसीय सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। यह कलश यात्रा इसलिए निकाली जा रही है। ताकि ऐसे लोगों के जीवन में भी खुशियां आ जाएं, जो खुद के शादी ना होने और बच्चे पैदा ना होने पर काफी दुखी रहते हैं।