योगी का यह फैसला BJP सरकार की ताबूत में अंतिम कील साबित होगाः अजय लल्लू
योगी सरकार के सरकारी नौकरियों में संविदा भर्ती का कांग्रेस ने खुलकर विरोध किया है। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने कहा कि योगी सरकार उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिए गुजरात माॅडल लाना चाहती हैं लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी।
लखनऊ: योगी सरकार के सरकारी नौकरियों में संविदा भर्ती का कांग्रेस ने खुलकर विरोध किया है। कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने कहा कि योगी सरकार उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरियों के लिए गुजरात माॅडल लाना चाहती हैं लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ल्ललू ने कहा कि युवाओं के साथ यह ऐतिहासिक अन्याय है, योगी सरकार के ताबूत में अंतिम कील साबित होगा।
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बेरोजगार युवाओं के जले पर नमक छिडकने का काम
योगी सरकार के संविदा भर्ती प्रस्ताव की जानकारी मिलने के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बेरोजगार युवाओं के जले पर नमक छिडकने का काम कर रही है योगी सरकार। युवा नौकरी मांग रहे हैं तो उन्हें पांच साल के लिए संविदा पर भर्ती का प्रस्ताव दिया जा रहा है। गुजरात में यही मॉडल लागू है। वहां वर्षों तक कर्मचारियों की सेलरी नहीं बढती और उन्हें स्थायी नहीं किया जाता है। युवाओं का आत्मसम्मान छीनने नहीं देंगे।
बेरोजगारों के साथ न केवल भद़दा मजाक
दूसरी ओर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि देश और प्रदेश में भयंकर रूप से बढ़ती बेरोजगारी और लगातार गिरती अर्थव्यवस्था से प्रदेश के युवाओं का भविष्य खतरे में है जिससे छात्र-युवा हताश और निराश हैं। ऐसे में योगी सरकार का यह प्रस्ताव बेरोजगारों के साथ न केवल भद़दा मजाक है बल्कि उन्हें धोखा देना भी है। नए रोजगार सृजन मामले में यह सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। जिन युवाओं को हसीन ख्वाब दिखा कर वो सत्ता में आये थे आज उन्हीं के साथ वो ऐतिहासिक छल कर रहे है। रोजगार मांगने वाले युवाओं को भाजपा के नेता कुत्ता पालने, खिलौना बनाने, पकौड़ा बनाने की सलाह देते हैं जिससे यह साफ होता है कि भाजपा का शिक्षा और युवाओं के भविष्य से कोई सरोकार नहीं रह गया है।
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उन्होंने कहा कि पिछले दिनों प्रदेश के छात्र और नौजवानों ने बेरोजगारी और ध्वस्त अर्थव्यवस्था के विरोध में ताली-थाली बजाकर विरोध दर्ज कराने का अभियान चलाया। उस विरोध प्रदर्शन के दर्द को समझने और निस्तारित करने के बजाय सरकार के इस तरह के फैंसले लेने का मतलब साफ है कि मौजूदा योगी सरकार रोजगार विरोधी और युवा विरोधी है। उन्होंने सरकार पर तंज करते हुए कहा कि कर्मचारियों की दक्षता और प्रदर्शन को तय करने वाली सरकार, अपने मंत्रियों, कानून व्यवस्था , महिला उत्पीड़न और बच्चियों के साथ रेप और हत्या को मापने का भी कोई पैमाना लाये, जिससे जनता को सरकार में बैठे लोगों का असली चेहरा दिखाई दे सके।
अखिलेश तिवारी
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