यूपी में बढ़ती रेप की घटनाओं को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कही ऐसी बात

Update: 2020-03-05 15:10 GMT

लखनऊ: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि भाजपा सरकार में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार, हिंसा, छेड़छाड़ व हत्या यूपी पहचान बन गया है और केंद्र सरकार ने भी आज संसद में यह स्वीकार किया कि रेप मामलों में यूपी नम्बर वन है। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में हुई ओलावृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग भी कीं ।

प्रदेश अध्यक्ष ने गुरुवार को योगी सरकार पर महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को रोकने में विफल होने का आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी में 2019 तक 66 हजार 994 रेप के मामले लम्बित हैं।

आपराधिक कानून अधिनियम 2018 के अनुसार यूपी में 218 फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन होना था जिसमें एक का भी गठन नहीं हुआ। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में घटने वाले कुल अपराधों में मात्र उ0प्र0 में 59445 घटनाएं सिर्फ महिला अपराध, मानव तस्करी, यौन हिंसा एवं यौन अपराध से जुड़ी हुई हैं जिसके अनुसार 163 अपराध प्रतिदिन महिलाओं से सम्बन्धित दर्ज हो रहे हैं।

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महिला अपहरण की लगभग 46 घटनाएं प्रतिदिन

महिला अपहरण की लगभग 46 घटनाएं प्रतिदिन एनसीआरबी के आंकड़े में उपलब्ध करायी गयी है इससे अनुमान होता है कि यूपी महिलाओं के लिए किस कदर असुरक्षित है और कानून व्यवस्था पर किस तरह अपना नियंत्रण भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार खो चुकी है। उन्होंने कहा कि इन आकंड़ों से भाजपा के बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ की मुहिम की पोल खुल गई है।

अजय कुमार ने कहा कि जबसे प्रदेश में भाजपा की सरकार आयी है अपराधियों के हौसले बुलन्द हैं। जहां उन्नाव में सत्ताधारी दल के विधायक रहे कुलदीप सेंगर और पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से रेप पीड़िता के पिता की हत्या में दोष सिद्ध होने का मामला आया है वहीं शाहजहांपुर में भाजपा के ही पूर्व केन्द्रीय मंत्री चिन्मयानन्द बलात्कार के दोष में जमानत पर हैं। रोजाना बलात्कार, सामूहिक बलात्कार और हत्या की घटनाएं समाचारपत्रों की सुर्खियां बन रही हैं।

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किसानों के नुकसान का मुआवजा अभी तक नहीं दिया गया

कांग्रेस अध्यक्ष ने भारी ओलावृष्टि से किसानों के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई और कड़ी मेहनत से तैयार हो रही फसलों के व्यापक नुकसान पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि विगत तीन वर्षों से बुन्देलखण्ड सहित कई जनपदों में ओलावृष्टि से हुए किसानों के नुकसान का मुआवजा अभी तक नहीं दिया गया है।

ऐसे में अब जब दुबारा भयंकर ओलावृष्टि हुई है और खेतों में खड़ी फसल और आम की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है ऐसे में प्रदेश सरकार फौरन अधिकारियों को निर्देशित करें कि वह प्रभावित किसानों का सर्वेक्षण करें और सरकार आर्थिक मुआवजा दिये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करे, ताकि किसान जो पहले से ही काफी लाचार और बदहाल स्थिति में जी रहा है उसे राहत मिल सके।

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