UP News: बिना रुपयों के सड़ रहे ‘शव’, यूपी के इस ज़िले में बुरे हालात
UP News: भीषण गर्मी में शवों को मुर्दाघर में सड़ने की दुर्दशा से मुक्ति दिलाने की कवायद शुरू हो गई है। पिछले लगभग दो वर्षों से खराब मुर्दाघर के डीप फ्रीजरों को ठीक कराया जाएगा।
UP News: भीषण गर्मी में शवों को मुर्दाघर में सड़ने की दुर्दशा से मुक्ति दिलाने की कवायद शुरू हो गई है। पिछले लगभग दो वर्षों से खराब मुर्दाघर के डीप फ्रीजरों को ठीक कराया जाएगा। इनकी रिपयेरिंग के काम में लगभग 80 से 90 हजार रुपये का अनुमानित खर्च आने की संभावना है। इसके लिए विभाग से बजट की मांग की गई है।
सीएमओ कार्यालय में करीब पांच वर्ष पहले सीएमओ कार्यालय परिसर में स्थित आधुनिक पोस्टमार्टम हाउस एवं मोर्चरी में छह डीप फ्रीजर लगाए गए थे। हिमांचल की एक फर्म ने डीप फ्रीजर लगाने के बाद तीन वर्ष तक (वारंटी अवधि में) इसके मेंटीनेंस की सर्विस दी। इसके बाद मेंटीनेंस व मरम्मत के अभाव में एक-एक कर सभी डीप फ्रीजर खराब हो गए। पिछले दो वर्ष से एक भी डीप फ्रीजर काम नहीं कर रहा है। इसकी वजह से यहां पोस्टमार्टम के लिए लाए जाने वाले शवों को कक्ष में जमीन पर रख दिया जाता है। शिनाख्त के इंतजार में कई बार शवों को 72 घंटे तक रखा जाता है। डीप फ्रीजर में शव न होने की वजह से वह गर्मी में सड़ांध मारने लगते हैं। उनकी सड़ांध की वजह से पोस्टमार्टम हाउस में रहने वाले कर्मचारी भी परेशान रहते हैं।
18 घंटों से ज्यादा पुराने शवों के पीएम में होती परेशानी
शवों का पोस्टमार्टम (चीर-फाड़) करने वाले कर्मचारियों का कहना है कि शवों को डीप फ्रीजर में रखा जाना चाहिए। जिन शवों का डीप फ्रीजर से बाहर 18 घंटे से अधिक समय गुजर जाता है उनके पोस्टमार्टम में काफी परेशानी होती है।
खान मुबारक के शव ने भी गर्मी में काटे थे 17 घंटे
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के शार्प शूटर खान मुबारक की मौत के बाद उसके शव को भी इस अव्यवस्था की वजह से दुर्दशा का शिकार होना पड़ा था। उसकी मौत से करीब 18 घंटे बाद उसकी बहन नाजमीन अख्तर को उसका शव सुपुर्द किया गया था। शव को इतने घंटों का इंतजार भीषण गर्मी में बिना डीप फ्रीजर करना पड़ा।
भेजा गया है बजट पत्र
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डॉ. रोहतास कुमार, सीएमओ के अनुसार डीप फ्रीजर की मरम्मत के लिए स्टीमेट लेकर बजट के लिए पत्र भेजा गया है। बजट स्वीकृत होते ही सभी डीप फ्रीजर ठीक कराए जाएंगे।
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