Baghpat News: यूपी में नकली दवाओं के कारोबार का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
Baghpat News: पश्चिमी उत्तरप्रदेश में चल रहे ऐसे ही एक बड़े रेकैट का भंडाफोड़ हुआ है जो बाजार में ब्रांडेड कम्पनियो की बनी नकली दवाओं को बेचते थे
Baghpat News: यदि आप बीमार हो और मेडिकल स्टोर से दवाई लेने जा रहे है तो सावधान हो जाइए क्योकि दवा खरीदने से पहले आपके लिए ये खबर पढ़ना बेहद जरूरी है । क्योंकि जो दवा आपको जीवनदान देती है वो दवा आपके लिए घातक भी हो सकती है । जी हां, पश्चिमी उत्तरप्रदेश में चल रहे ऐसे ही एक बड़े रेकैट का भंडाफोड़ हुआ है जो बाजार में ब्रांडेड कम्पनियो की बनी नकली दवाओं को बेचते थे ।
यूपी के नोएडा, मेरठ, बागपत, ग़ाज़ियाबाद व शामली जनपद के औषधि निरीक्षकों की संयुक्त टीम ने मय पुलिस बल छापेमारी करते हुए एक बड़ी कार्रवाई की है । औषधि विभाग की टीम ने न केवल मल्टी ब्रांडेड कंपनियों की नकली दवाओं की खेप को जब्त किया है बल्कि नकली दवा को बाजार में बेचने वाले तीन आरोपियों को पकड़कर पुलिस को सौपते हुए उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा दिया है ।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में नकली दवाओं का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है । इस कारोबार में औषधि विभाग की टीम को छापेमारी के दौरान कई ऐसे लोग शामिल पाए गए है जिनपर न तो मेडिकल स्टोर का लाइसेंस है और न ही दवाओं के क्रय-विक्रय बिल । बाज़ार में मल्टी ब्रांडेड दवा कम्पनियों (ग्लैक्सोस्मिथ, अरिस्टो फार्मेसिटिकल्स, एफडीसी ) की नकली दवाएं बाजार में धड़ल्ले से बेची जा रही थी । इसकी भनक जैसे ही औषधि विभाग को लगीं तो हड़कम्प मच गया । औषधि निरीक्षक बागपत ने लखनऊ उच्चाधिकारियों से बात करते हुए एक संयुक्त टीम के गठन किये जाने की बात कही । जिसके बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तरप्रदेश द्वारा मेरठ, बागपत, नोएडा, ग़ाज़ियाबाद व शामली के ड्रग इंस्पेक्टर (औषधि निरीक्षक) की टीम का गठन किया गया ।
औषधि निरीक्षकों की टीम ने बागपत के सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के रहने वाले अकबर व आमिर को बाजार में बिक्री हेतु ले जाते समय नकली दवाओं के बैग के साथ पकड़ लिया । जिनके पास न तो किसी मेडिकल स्टोर का लाइसेंस है और न ही दवाओं के क्रय-विक्रय बिल । जिन्हें सिंघावली अहीर थाना पुलिस को सौपते हुए कड़ी पूछताछ की गई तो इस रैकेट का भंडाफोड़ होता चला गया और औषधि विभाग की टीम को एक बड़ी सफलता हाथ लगी ।
आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने ब्रांडेड कम्पनियों की ओगयूमेन्टिन 625, पैंटोप डी टेबलेट, पैंटोप डीएसआर कैप्सूल, ज़िफी-ओ टैबलेट, क्लेवाम 625 एमजी, सेफडिक्श 200, नीमूनेक्स प्लस आदि दवाये बरामद की गयी । इनमे से औषधि विभाग की टीम ने 6 दवाओं के नमूने जांच को भेजते हुए अन्य नकली दवाओं की खेप को जब्त कर सील कर दिया । वही पूछताछ के दौरान ये भी खुलासा हुआ कि इस खेप को बागपत, शामली, मेरठ, नोएडा, ग़ाज़ियाबाद, मुज़फ्फरनगर समेत कई जनपदों में बेचा जाता था ।
आरोपितों ने टीम को बताया की शामली के एलम, नाला, कैराना कांधला, में भी नकली दवाओं की बड़ी खेप है । जहां शामली के कांधला से इस रैकेट में शामिल उनके एक ओर साथी आस मोहमद को विभाग की टीम ने पकड़ लिया । जिसकी निशानदेहि पर कैराना स्थित खैर मेडिकल स्टोर पर पहुँची जिसका प्रो. दुकान बंद कर पहले ही वहां से फरार हो गया । जिससे औषधि विभाग की टीम ने मेडिकल स्टोर को सीज करते हुए उसपर नोटिस चस्पा कर दिया । और तीन अभियुक्तों अकबर पुत्र फेरु, आमिर पुत्र नियाज, आस मोहम्मद पुत्र शब्बीर को बागपत की सिंघावली अहीर पुलिस के हवाले कर दिया । तीनो आरोपितों समेत शामली के खैर मेडिकल स्टोर के प्रो. नवाजिश के विरुद्ध भी आईपीसी की धारा 274, 275, 276, 420, 468 व औषधि एवम प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा 18/27 के तहत कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया है।
पूछताछ में सामने आए कई अन्य मेडिकल स्टोर संचालको के खिलाफ भी जांच शुरू कर दी है । इस रैकेट के भंडाफोड़ कर खुलासा करने वाली टीम में नोएडा के औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर, बागपत के मोहित कुमार दीप, शामली से निधि पाण्डेय, ग़ाज़ियाबाद के आशुतोष मिश्र व मेरठ के औषधि निरीक्षक शामिल रहे । बागपत ड्रग इंस्पेक्टर मोहित कुमार दीप का कहना है कि जल्द ही अन्य मेडिकल स्टोर पर छापेमारी कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और आरोपितों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया जाएगा । जनपद में किसी भी तरह की नकली दवा को बाजार में बिकने नही दिया जाएगा ।