सहारनपुर: चीनी मिलों द्वारा भले ही अभी तक गुजरे गन्ना सत्र का बकाया का भुगतान किसानों को नहीं किया गया हो, लेकिन आगामी गन्ना सीजन की तैयारी प्रारंभ कर दी गई है। गन्ना सीजन में किस सहकारी समितियों की गन्ना सुरक्षण की बैठकों का आयोजन शुरू कर दिय गया है। इसी क्रम में सोमवार को सहारनपुर में सहकारी गन्ना विकास समिति सहारनपुर की ओर से गन्ना सुरक्षण बैठक का आयोजन किया गया। समिति की बैठक में उस समय हंगामा हो गया, जब सहकारी समिति के पदाधिकारियों और कुछ किसानों द्वारा उनके चहते ग्रामों से अधिक गन्ना लिए जाने की बात कही गई। हाल यह हो गया कि किसान आपस में ही भिड़ पडे। हालात उस समय नाजुक होती नजर आई, जब किसानों को संभालना मुश्किल हो गया।
चीनी मिल के प्रतिनिधि की बात पर भड़के किसान
यहां मिशन कंपाउंड स्थित सहकारी गन्ना विकास समिति की बैठक सोमवार की दोपहर बुलाई गई थी। बैठक में बजाज चीनी मिल और गांगनौली चीनी मिलों के प्रतिनिधियों समेत सहकारी समिति के चैयरमेन बोबी, सचिव ओम प्रकाश के अलावा समिति से जुड़े तमाम गांवों के डेलीगेट और किसानों ने भाग लिया। इस बैठक में किस गांव से कितना गन्ना किस चीनी मिल को आपूर्ति करना होता है, इस पर विचार मंथन चलने के साथ ही निर्णय लिया जा रहा था। बताया जाता है कि इसी दौरान एक चीनी मिल के प्रतिनिधि द्वारा किसी गांव से कम तो किसी गांव से ज्यादा गन्ना लेने की बात कही गई तो किसान भड़क गए। किसानों का कहना था कि वह सभी सहकारी समिति के मेम्बर हैं और सहकारी समिति द्वारा किसी के भी साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए, इस पर जिन गांवों से ज्यादा गन्ना लिया जाना था तथा जिन गांवों से कम गन्ना लिया जाना है वह सभी आपस में भिड़ गए। कुछ किसानों ने अपने अपने गांव में बजाज चीनी मिल के गन्ना क्रय केंद्र खोलने का भी विरोध किया। हालात यह हो गई कि एक बार को किसानों को संभालना मुश्किल हो गया। गन्ना समिति के पदाधिकारियों और चीनी मिलों के प्रतिनिधियों ने किसानों को बामुश्किल शांत किया। जिसके बाद गन्ना सुरक्षण को लेकर आगे की कार्रवाई हो सकी।