Fatehpur News: डंडा लेकर सड़क पर उतरा ‘गुलाबी गैंग’, जानिए क्या थी वजह

Fatehpur News: फतेहपुर में गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान मणिपुर हिंसा में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले लोगों को फांसी देने की मांग की गई।

Update:2023-07-27 16:02 IST
गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक ने मणिपुर हिंसा के विरोध में दोषी लोगों को फांसी देने की मांग की: Photo- Newstrack

Fatehpur News: फतेहपुर में गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान मणिपुर हिंसा में महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वाले लोगों को फांसी देने की मांग की गई। इससे संबंधित महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया।

दो महीने से नहीं सुधर रहे मणिपुर के हालात

गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक की राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में मणिपुर राज्य में हिंसा के दौरान महिलाओं के साथ किये जा रहे दुर्व्यवहार सहित 5 सूत्रीय मांगों का पत्र डीएम को दिया गया। जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची गुलाबी गैंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमलता पटेल के नेतृत्व में महिलाओं ने विरोध प्रदर्षन किया। ज्ञापन देने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमलता पटेल ने कहा कि मणिपुर राज्य में दो माह से ज्यादा हिंसा हो रही है और वहां पर जिस तरह से महिलाओं को नग्न कर उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, ऐसे कांड करने वाले दोषियों को फांसी की सजा दी जाए। महिलाओं व आम जनमानस की शिकायत पर वहां थाना पुलिस के द्वारा सुनवाई नहीं की जा रही है।

बिजली कटौती के खिलाफ खोला मोर्चा

गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक की सदस्यों ने स्थानीय किसानों की समस्याओं को भी उठाया। कहा कि जिले में बारिश नहीं हो रही। नहर में पानी आ नहीं रहा है। बिजली कटौती के कारण आम जनमानस काफी परेशान हो रहा है। इस लिए ग्रामीण क्षेत्र में 18 घंटे बिजली दी जाए और बिंदकी ललौली बांदा मार्ग, बहुआ से असोथर, गाजीपुर की जर्जर सड़क को बनवाया जाए।

बांदा टांडा मार्ग स्थित जिन्दपुर गांव के पास अवैध रूप से संचालित टोल प्लाजा को बंद किया जाए। कहा कि हमारा संगठन महिलाओं के अधिकार के साथ सुरक्षा, भ्रष्टाचार के लिए लड़ाई लड़ने का काम करती है लेकिन जिस तरह से देश प्रदेश व जिले में महिलाओं के साथ आये दिन घटनाएं हो रही हैं, उससे साफ है कि सरकार का कानून व्यवस्था पर नियंत्रण नहीं रह गया है। कहा कि देश के प्रधानमंत्री अगर मणिपुर हिंसा में कोई ठोस कदम नहीं उठा सकते तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देने चाहिए। इस मौके पर सुधा, सत्यवती, संयोगिता, मधु, रेखा, सुमन, राजरानी, सरोज, सुनीता, संगीता, महरून, जशीन, उर्मिला, मीना, सतुकीर्ति सहित संगठन की सैकड़ों महिलाएं मौजूद रहीं।

Tags:    

Similar News