UP में बाढ़ का कहर: इन जिलों में बिगड़े हालात, खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं नदियां
प्रदेश में बाढ़ के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इस समय प्रदेश के आठ जिलों के 17 तहसीलों के 240 गांवों बाढ़ से प्रभावित है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: प्रदेश में बाढ़ के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इस समय प्रदेश के आठ जिलों के 17 तहसीलों के 240 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। इनमें बाराबंकी के 57, अयोध्या के 2, कुशीनगर के 9, गोरखपुर के 80, आजमगढ़ के 14, बस्ती के 7, संत कबीरनगर के 68 व सीतापुर के 3 गांव प्रभावित है।
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उन्होंने बताया कि बाढ़ से 65,564 लोग प्रभावित हैं। बाढ़ से अब तक 7 जनपदों बाराबंकी, बस्ती, गोण्डा, कुशीनगर, मऊ, संतकबीर नगर, सीतापुर में 8,408.6 हेक्टेअर बोया गया क्षेत्रफल प्रभावित हुआ हैं।
दो नदियां खतरे के निशान से ऊपर
राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि प्रदेश में दो नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इनमें शारदा नदी, लखीमपुरखीरी में अपने खतरे के निशान से 8 सेमी ऊपर तथा सरयू नदी, बलिया में अपने खतरे के निशान से 16 सेमी ऊपर बह रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है।
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उन्होंने बताया कि प्रदेश के 6 जनपदों में बहराइच, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, श्रावस्ती, प्रयागराज में एनडीआरएफ व 6 जनपदों कुशीनगर, गोरखपुर, बलरामपुर, प्रयागराज, मुरादाबाद में एसडीआरएफ तथा 5 जनपदों बहराइच, बलरामपुर, बाराबंकी, गोण्डा, श्रावस्ती में पीएसी की तैनाती की गयी है।
गोयल ने बताया कि बाढ़ एवं अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिए बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके हैं। बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 5 किलो लाई, 2 किलो भूना चना, 2 किलो अरहर की दाल, 500 ग्रा0 नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिर्च, 250 ग्राम धनिया, 5 लीटर केरोसिन,1 पैकेट मोमबत्ती, 1 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, 1 ली. रिफाइन्ड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन एवं 2 नहाने के साबुन वितरित किये जा रहे हैं। प्रभावित गांवों के पशुओं के लिये चारे हेतु 5 किलो भूसा प्रतिदिन प्रति पशु इत्यादि की व्यवस्था की जा रही है।
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