उपद्रवियों ने तोड़ी गणेश प्रतिमा, कहा- देश को आजाद कराने वाले बाबा साहब को पूजो
बौद्ध धर्म को मानने वाले एक परिवार ने गणेश पंडाल में घुसकर गणेश प्रतिमा तोड़ने के साथ ही लाउडस्पीकर भी फेंक दिए। उनका कहना था कि गणेश और कृष्ण ने इस देश को आजादी नही दिलाई है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की पूजा करनी चाहिए क्योंकि उन्होंने देश को आजाद कराया और इस देश के लिए संघर्ष किया। आयोजनकर्ताओं ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। पुलिस जब तोड़फोड़ करने वालों के घर पहुंची तो सभी वहां से सभी फरार हो गए।
कानपुर: बौद्ध धर्म को मानने वाले एक परिवार ने गणेश पंडाल में घुसकर गणेश प्रतिमा तोड़ने के साथ ही लाउडस्पीकर भी फेंक दिए। उनका कहना था कि गणेश और कृष्ण ने इस देश को आजादी नही दिलाई है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की पूजा करनी चाहिए क्योंकि उन्होंने देश को आजाद कराया और इस देश के लिए संघर्ष किया। आयोजनकर्ताओं ने इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। पुलिस जब तोड़फोड़ करने वालों के घर पहुंची तो सभी वहां से सभी फरार हो गए।
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क्या है मामला ?
-मामला नौबस्ता थाना क्षेत्र के सिमरा गांव का है।
-जहां गांव के ही कुछ लोगों ने सभी से सौ-दो सौ रुपए चंदा लिए।
-इसके बाद बीते 5 सितंबर को पंडाल लगाकर गणेश प्रतिमा की स्थापना कराई गई।
-गांव में ही रहने वाले राम सजीवन का परिवार बौद्ध धर्म को मानता है।
-राम सजीवन का परिवार इस गणेश पूजन का विरोध कर रहा था।
-उनका कहना था कि यहां पर साउंड नही बजना चाहिए।
-आयोजनकर्ताओं ने राम सजीवन के परिवार की बात न मानकर साउंड बजाना शुरू कर दिया।
-राम सजीवन के परिवार ने इसका विरोध करते हुए पंडाल में रखी गणेश प्रतिमा और साउंड निकाल कर फेंक दिया।
-राम सजीवन के परिवार ने पंडाल में तोड़फोड़ भी की।
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गणेश और कृष्ण ने नहीं, बाबा साहब ने देश को आजादी दिलाई
आयोजनकर्ताओं ने बताया कि राम सजीवन से जब गणेश पूजन के लिए चंदा मांगा गया था तो वह कह रहे थे कि तुम्हारे गणेश जी ने और कृष्ण जी ने इस देश को आजादी नही दिलाई है। तुम लोगों को बाबा साहब भीम राव अंबेडकर की पूजा करनी चाहिए क्योंकि उन्होंने देश को आजाद कराया और इस देश के लिए संघर्ष किया। इसपर आयोजनकर्ताओं ने राम सजीवन से कहा कि आप चंदा मत दीजिए, लेकिन इस तरह की बात मत करिए। जिसके बाद रामसजीवन ने चंदा नहीं दिया।
आयोजनकर्ताओं ने नहीं ली थी परमिशन
-गांव में ही रहने वाली बुजुर्ग लाजो के मुताबिक, इस कार्यक्रम का आयोजन क्षेत्र के बच्चों ने किया था।
-बच्चों ने सभी से चंदा लेकर पांच दिनों तक कार्यक्रम का आयोजन रखा था, लेकिन इसकी परमिशन नही ली गई थी।
-उन्होंने बताया कि रामसजीवन का बेटा सनी, भाई संतोष, सुभाष और उनके साथी होरीलाल कार्यक्रम में आरती के समय आ धमके और आते ही तोड़फोड़ करने लगे।
-सभी लोगो ने जब विरोध किया तो मूर्ति तोड़ते हुए फरार हो गए।
-जब इसकी सूचना पुलिस को दी गई तो वह उल्टा हम पर ही आरोप लगाने लगे की तुम लोग बिना परमिशन के आयोजन कर रहे हो तुम सभी के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी।
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क्या कहना है पुलिस का ?
-सीओ गोविंद नगर ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक, गणेश पंडाल की परमिशन नही ली गई थी।
-यह पूरा घटनाक्रम प्रायोजित था।
-इसमें आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-साथ ही जिस पर तोड़फोड़ करने का आरोप लग रहा है उनकी तलाश की जा रही है।
-घटना की जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
-पंडाल में नई प्रतिमा रखवाई जा रही है।