श्मशान घाट से डरे भाजपा विधायक, डीएम से कहा-टेक्निकल टीम से कराएं जांच
मुराद नगर श्मशान घाट हादसे ने सभी को डरा दिया है। भारतीय जनता पार्टी के डुमरियागंज विधायक ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि सभी निर्माणाधीन प्रोजेक्ट की तकनीकी टीम बनाकर जांच कराई जाए।
लखनऊ: मुराद नगर श्मशान घाट हादसे ने सभी को डरा दिया है। भारतीय जनता पार्टी के डुमरियागंज विधायक ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर कहा है कि सभी निर्माणाधीन प्रोजेक्ट की तकनीकी टीम बनाकर जांच कराई जाए। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के जर्जर स्कूल भवन व स्वास्थ्य केंद्रों को लेकर भी चिंता जताई है।
सिद्धार्थनगर जिले के डुमरिया गंज विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने जिलाधिकारी सिद्धार्थ नगर को इस बारे में एक पत्र लिखा है। अपने क्षेत्र के नागरिकों की जान-माल की सुरक्षा को लेकर चिंतित विधायक ने जिलाधिकारी से कहा है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में बेसिक शिक्षा परिषद के अनेक भवन जर्जर हालत में हैं। ऐसी ही स्थिति स्वास्थ्य विभाग से संबंधित भवनों की भी है। इन जर्जर भवनों से कभी कोई हादसा हो सकता है। उन्होंने जिलाधिकारी को अपने पत्र में यह भी याद दिलाया है कि इस बारे में वह अपनी चिंता से उन्हें मौखिक वार्ता में भी अवगत करा चुके हैं। विधायक ने अपनी चिंता से अवगत कराने के साथ ही जिलाधिकारी से यह भी कहा है कि वह एक टीम बनाकर ऐसे जर्जर भवनों का चिह्नीकरण कराएं और उन्हें सुरक्षित बनाने की योजना पर काम करें।
नए निर्माणों के लिए बने तकनीकी टीम
अपने पत्र में भाजपा विधायक ने जिलाधिकारी का ध्यान नए निर्माण कार्यों की ओर भी आकर्षित किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कई योजनाओं के तहत नए निर्माण कार्य हो रहे हैं। ऐसे सभी निर्माण कार्यों की जांच किसी तकनीकी जांच टीम से कराए जाने की आवश्यकता है। विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम ऐसे निर्माण कार्यों में छत ढलाई व अन्य निर्माण कार्यों की जांच कराए। इसके अलावा जब किसी भी भवन की छत डाली जा रही हो तो वहां विशेषज्ञ इंजीनियरों की टीम मौजूद रहे। उसकी देखरेख में ही काम पूरा कराया जाए।
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मुरादनगर हादसे से सबक सीखने की जरूरत
भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने न्यूज ट्रैक से बातचीत में कहा कि मुरादनगर हादसे ने सभी को चिंता में डाल दिया है। मेरे इलाके में ऐसा कोई हादसा न हो, जान-माल का नुकसान न हो इसलिए मैंने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर आगाह किया है और उन्हें तकनीकी टीम गठित कर यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि ठेकेदार और भ्रष्ट अधिकारियों की मिली -भगत से कोई धांधली न की जा सके। ऐसी कोई इमारत मेरे इलाके में न तैयार होने पाए जिससे मेरे क्षेत्र के लोगों को ऐसे हादसों का दंश झेलना पड़े।
अखिलेश तिवारी
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