गोरखपुर: भारत-नेपाल सीमा पर तनाव, इस वजह से नेपाली कर रहे नारेबाजी

भारत-नेपाल सीमा को खुलवाने की मांग को लेकर मंगलवार को भी पर्यटन से जुड़े लोगों का आंदोलन जारी है। नेपाली नागरिकों व विभिन्न संगठनों के लोगों ने नो मेंस लैंड पर जोरदार प्रदर्शन किया।

Update: 2021-02-23 06:25 GMT
गोरखपुर: भारत-नेपाल सीमा पर तनाव, इस वजह से नेपाली कर रहे नारेबाजी (PC: social media)

गोरखपुर: कोरोना के संक्रमण के बीच पिछले 12 महीने से भारत-नेपाल बॉर्डर से आवाजाही ठप है। हालांकि सोनौली बॉर्डर से सुरक्षा मानकों का ध्यान रखते हुए मालवाहक वाहनों की आवाजाही हो रही है। बॉर्डर खोलने को लेकर नेपाल सरकार के टालमटोल को देखते हुए बॉर्डर पर कारोबार कर रहे भारतीयों के साथ ही नेपाली लोगों में भी जबरदस्त आक्रोश है। नेपाल में पर्यटन उद्योग से जुड़े लाखों लोग भारत-नेपाल सीमा पर पहुंचकर पिछले सात दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसे लेकर बॉर्डर पर तनाव बना हुआ है। तनाव को देखते हुए नेपाल और भारतीय सीमा पर तैनात सुरक्षा बल सर्तक है।

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मंगलवार को भी पर्यटन से जुड़े लोगों का आंदोलन जारी है

भारत-नेपाल सीमा को खुलवाने की मांग को लेकर मंगलवार को भी पर्यटन से जुड़े लोगों का आंदोलन जारी है। नेपाली नागरिकों व विभिन्न संगठनों के लोगों ने नो मेंस लैंड पर जोरदार प्रदर्शन किया। एक घंटे तक सीमा जाम कर वाहनों को रोक दिया। वाहनों को रोकने की सूचना पर भारत व नेपाल की सुरक्षा एजेंसियां पहले से सतर्क रहीं। सीमा खोलने की मांग को लेकर पर्यटन, उद्योग वाणिज्य संघ, यातायात संघ, टूर एंड ट्रैवेल्स, रेस्टोरेंट संघ सहित सातवें दिन व्यापार मंडल, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल, ट्रांसपोर्ट संघ ने संयुक्त रूप से आंदोलन में शिरकत कर रहे हैं।

सीमा पर आवागमन रोकने की अग्रिम सूचना पर दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों के लोग पहले से मौजूद थे। इस मौके पर एसडीएम नौतनवा प्रमोद कुमार, सीओ अजय सिंह चौहान, एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट संजय प्रसाद, कोतवाल धनंजय कुमार सिंह, चौकी प्रभारी अशोक कुमार, इंस्पेक्टर बेलहिया ईश्वरी अधिकारी सहित भारत और नेपाल के कई अधिकारी सर्तक रहे।

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नो मेंस लैंड पर ध्वज लहराकर हुई नारेबाजी

नेपाली नागरिकों के इस आंदोलन में भारतीय व्यापारियों की सहभागिता रही और नो मेंस लैंड पर दोनों देशों के ध्वज को लहराते हुए जमकर नारेबाजी हुई। सीमा पर भारतीय वाहनों को रोकने की अग्रिम चेतावनी को लेकर दोनों देशों की पुलिस मुस्तैद रही। सिद्धार्थ होटल संघ रुपन्देही के अध्यक्ष सीपी श्रेष्ठ ने बताया कि सीमा पर आवागमन को लेकर दोनों देशों के व्यापारी आम नागरिक बहुत परेशान हैं। काठमांडू टूरिज्म बोर्ड कार्यालय में सभी संघ और भारतीय दूतावास सहित नेपाल सरकार के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई है। कोई परिणाम नहीं आया तो फिर से रास्ता जाम कर दिया जाएगा।

रिपोर्ट- पूर्णिमा श्रीवास्तव

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