Gorakhpur News: मैं पुलिस का अधिकारी बोल रहा हूं, बेटे को दुष्कर्म केस से बचाना है तो 4.70 लाख खाते में भेजो
Gorakhpur News: एक जालसाज ने एआई तकनीक का सहारा लेकर पिता से बेटे के दुष्कर्म में फंसे होने और उसे बचाने के नाम पर 4.70 लाख की ठगी कर ली।
Gorakhpur News: जालसाज अब आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर जमकर ठगी कर रहे हैं। इनका पूरा गिरोह है। जो मोहल्लों में छोटी-छोटी घटनाओं की सूचना एकत्र कर एआई तकनीक का इस्तेमाल कर ठगी कर रहे हैं। घटना सच्ची होने के चलते लोग भी झांसे में फंस जा रहे हैं। कई बार मामले झूठे भी हो रहे हैं, लेकिन मामला पुलिस के पास होने से लोग इसे रफा दफा करने के जुगाड़ में लग जा रहे हैं। ऐसे ही एक मामला गोरखपुर के अधियारी बाग निवासी एक शख्स के साथ हुई। एक जालसाज ने एआई तकनीक का सहारा लेकर पिता से बेटे के दुष्कर्म में फंसे होने और उसे बचाने के नाम पर 4.70 लाख की ठगी कर ली। पिता ने न तो बेटे से तस्दीक किया और न ही पुलिस को सूचना दी। अब खाते में रुपये ट्रांसफर होने और पूरा मामला खुलने के बाद पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पुलिस को दी तहरीर में तिवारीपुर के अधियारीबग निवासी अशोक श्रीवास्तव ने बताया कि 24 फवरी 2024 को उनके पास व्हाट्सप काल आई। फोन करने वाले ने खुद को पुलिस का अधिकारी बताया। पुलिस वाले ने फोन कर कहा कि तुम्हारा बेटा रेप केस में फंस गया है और मेरी हिरासत में है। हम जानते है कि वह निर्दोष है और दोस्तों के चक्कर मे फंस गया है। अगर रुपये तुम भेज दो तो उसे छोड़ दिया जाएगा। साथ ही उसने एआई टेक्निक से बेटे से अशोक की बात भी कराई। जिससे उनको विश्वास हो गया। जालसाज की ओर से दिए गए दो नम्बरों पर ऑनलाइन व एकाउंट से अशोक ने पैसे भेज दिया।
बेटे से बात होने पर पता चला पूरा मामला झूठा था
रुपये देने के बाद अशोक ने अपने बेटे से पूरे मामले की तस्दीक की। बेटे ने बताया कि ऐसा कोई मामला ही नहीं है। ठगी की जानकारी होने के बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत की। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पीड़ित पिता की तहरीर पर तिवारीपुर पुलिस ने अज्ञात जालसाज पर आईटी एक्ट व जालसाजी की धारा में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि अव्वल तो संदिग्ध काल उठाएं नहीं। यदि मामला संदिग्ध लग रहा है तो पूरी तरह तस्दीक कर लें। तत्काल पुलिस को सूचना दें।