Gorakhpur News: महराजगंज में गूंजा शेरे पूर्वांचल अमरमणि जिंदाबाद, समर्थकों ने फोड़े पटाखे
Gorakhpur News: समर्थकों ने नौतनवा स्थित कैंप कार्यालय पर पहुंच कर एक दूसरे को मिठाई खिलाई और पटाखे छोड़े। नौतनवां नगर पालिका परिषद के चेयरमैन बृजेश मणि त्रिपाठी के साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने खुशी का इजहार किया। लोग नारे लगा रहे थे, शेरे पूर्वांचल जिंदाबाद।
Gorakhpur News: पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी व उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी की जेल से रिहाई की खबर से उनके गढ़ महराजगंज में जश्न का माहौल है। समर्थकों ने नौतनवा स्थित कैंप कार्यालय पर पहुंच कर एक दूसरे को मिठाई खिलाई और पटाखे छोड़े। नौतनवां नगर पालिका परिषद के चेयरमैन बृजेश मणि त्रिपाठी के साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने खुशी का इजहार किया। लोग नारे लगा रहे थे, शेरे पूर्वांचल जिंदाबाद।
अमरमणि त्रिपाठी को लेकर महराजगंज में जश्न का माहौल
शुक्रवार की सुबह से ही समर्थक पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के नौतनवा स्थित कार्यालय पर पहुंचने लगे थे। बड़ी संख्या में उनके समर्थक एक-एक करके एकत्रित होकर लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार करते दिखाई दिये। चेयरमैन बृजेश मणि ने सबसे पहले कैंप कार्यालय पर अमरमणि त्रिपाठी के चित्र को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। अध्यक्ष नौतनवा बृजेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि नौतनवा नगर को विकास के लिए ऑक्सीजन मिल गया है। पूरा नगर काफी प्रसन्न है। अब नौतनवा का ठप विकास फिर रफ्तार पकड़ेगा।
खुशी व्यक्त करने वालों में मुख्य रूप से प्रहलाद प्रसाद, कैलाश नाथ पाठक, विनोद मिश्रा, बशीर अहमद, अनिल दुबे, हरिनंदन उपाध्याय ओम प्रकाश जायसवाल दिग्विजय यादव बलराम पांडे कमलेश मणि, गिरीश यादव, विजय उपाध्याय, अनिल मद्धेशिया, जयप्रकाश मद्धेशिया, राकेश जायसवाल, लल्लू जायसवाल, राहुल दुबे, अमित यादव, छोटू पाठक, संजय मौर्य , दुर्गेश, सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
विधायक के खेमे में सन्नाटा
अमर मणि की रिहाई के बाद उनके चिरप्रतिद्धंदी पूर्व सांसद कुंवर अखिलेश सिंह और उनके पूर्व विधायक भाई कौशल किशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह के आवास पर सन्नाटा दिखा। वहीं नौतनवां से विधायक ऋषि त्रिपाठी के कार्यालय पर भी सन्नाटा दिख रहा है। समर्थक मान रहे हैं कि यदि अमर मणि जेल से छूटते हैं तो उनका हनक नौतनवां के साथ ही पूरे जिले में दिखेगा। नौतनवा के दिनेश त्रिपाठी का कहना है कि जेल में दो दशक से अधिक समय गुजारने के बाद भी अमरमणि का तिलिस्म क्षेत्र में बरकरार है। जो लोग उनके विरोधी हो गए थे, वे भी उनके समर्थन में नारे लगाते दिख रहे हैं।