Gorakhpur News: मृतक पेंशनधारकों को ‘जिंदा’ कर निकाल लिए 2.5 करोड़, ऐसे खुलीं परतें..हो गई बड़ी कार्रवाई

Gorakhpur News: कर्मचारियों ने मृत पेंशन धारकों के खातों को एक्टिव दिखाकर लाखों रुपये की निकासी कर ली थी।

Update: 2024-08-24 02:03 GMT

गोरखपुर का प्रधान डाक घर   (photo: social media )

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में डाक विभाग में गबन का ऐसा मामला सामने आया है, जिसे देख नटवरलाल भी दांतों तले अंगुली दबा ले। गोरखपुर के प्रधानडाकघर, विश्वविद्यालय और कूड़ाघाट डाकघर में डाक विभाग के जिम्मेदारों ने मृतक पेंशनधारकों के खाते को एक्टिव कर करोड़ों की रकम निकाल ली। करीब 2.5 करोड़ गबन के मामले में अभी तक दो कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। कुछ पर अभी भी बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है।

विभाग के लोगों का कहना है कि वर्ष 2018 से 2022 के बीच प्रधान डाकघर, कूड़ाघाट और विश्वविद्यालय डाकघर में करीब लाखों रुपये का गबन हुआ था। कर्मचारियों ने मृत पेंशन धारकों के खातों को एक्टिव दिखाकर लाखों रुपये की निकासी कर ली थी। मृतक पेंशनधारकों के खातों से करीब 2.5 करोड़ रुपये की निकासी का आरोप है। इसमें ऐसे केस हैं, जिसमें पेंशनधारक की मौत के बाद परिवार वालों ने मृतक होने की सूचना नहीं दी और पेंशन खाते में आता रहा है। ऐसे ही खातों में पेंशनधारक को जिंदा कर रकम निकाल ली गई। इस मामले में पेंशनधारकों के परिवार वालों की तरफ से कोई शिकायत नहीं हुई। लेकिन बंटवारे के विवाद में मामला खुलने के बाद खेल का भंडाफोड़ हो गया। इसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ। इस मामले में प्रधान डाकघर के एक बाबू सीएम चौधरी को बर्खास्त किया गया है। इसके पहले शैलेन्द्र नाम का कर्मचारी भी बर्खास्त हो चुका है।

2018 से 2022 तक हुआ गोलमाल

बर्खास्त कर्मचारी वर्तमान में प्रधान डाकघर में तैनात है। कूड़ाघाट डाकघर में उप डाकपाल रहते हुए कर्मचारी पर लाखों रुपये के गबन का आरोप है। विभाग द्वारा जांच में आरोप सिद्ध होने के बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई की गई है। डाक विभाग के जिम्मेदारों के मुताबिक, 31 दिसंबर 2018 से 12 मार्च 2022 तक विभिन्न खातों से लाखों रुपये की निकासी कर लेने का आरोप है। कूड़ाघाट डाकघर में गबन के मामले में निरीक्षक डाकघर पूर्वी उप मंडल सीबी सिंह की तहरीर पर कर्मचारी शैलेंद्र कुमार और संविदाकर्मी रोहित कुमार पर मुकदमा दर्ज हुआ था। शैलेंद्र कुमार निवमनीचक मसौढी, पटना का रहने वाला है। वह पिछले दिनों बर्खास्त हुआ था। जिम्मेदारों का कहना है कि शुक्रवार को कर्मचारी को प्रधान डाकघर में बर्खास्तगी का लेटर रिसीव करा दिया गया। इसके साथ ही कार्यभार छीन लिया गया।

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