Gorakhpur News: सिर्फ 18 हजार घरों में हो सकी रसोई गैस सिलेंडर की जांच, क्यों बच रहे हैं लोग
Gorakhpur News: जागरूकता के आभाव में लोग जांच कराने से बच रहे हैं। इसी का नतीजा है कि जिले के 5,80,000 उपभोक्ताओं में से सिर्फ 18 हजार के सिलेंडर और चूल्हे की जांच हो सकी है।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गैस सिलेंडरों को लेकर हो रहे हादसों को रोकने के लिए एलपीजी गैस सुरक्षा के प्रति अपने ग्राहकों को इंडियन मिल कारपोरेशन के निर्देश पर बचाव के लिए उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा रहा है। लेकिन जागरूकता के आभाव में लोग जांच कराने से बच रहे हैं। इसी का नतीजा है कि जिले के 5,80,000 उपभोक्ताओं में से सिर्फ 18 हजार के सिलेंडर और चूल्हे की जांच हो सकी है।
इंडियन ऑयल के क्षेत्रीय कार्यालय के प्रमुख रवि कुमार चंदेरिया व गोरखपुर क्षेत्र के बिक्री अधिकारी गौरव गोयल ने हिमांशु गैस सर्विस के उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर प्रयोग करते समय सावधानी के प्रति जागरूक किया। अधिकारियों ने उपभोक्ताओं को विशेष सतर्कता बढ़ाने के लिए कई प्रकार की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिलेंडर लेते समय डिलीवरी मैन से लीकेज की जांच जरुर करवा लें। प्रयोग के बाद रेगुलेटर को बंद रखना चाहिए। एलजी के नियमों का पालन किया जाए तो हम गैस के बड़े से बड़े हादसे से बच सकते हैं। इण्डियन आयल कार्पोरेशन लिमिटेड के विक्रय अधिकारी प्रदीप यादव ने बताया कि गैस एजेंसी से जुड़े वितरक घर-घर जाकर गैस चूल्हे में लगे हौज पाईप का निरीक्षण कर रहा है। खराब होने पर 150 रुपये भुगतान पर तत्काल बदल रहे हैं। हौज के साथ साथ अन्य बेसिक एलपीजी सेफ्टी की भी जांच की जा रही है।
हजारों फर्जी कनेक्शन होंगे ऑउट
जिले में कई लोगों के पास फर्जी कनेक्शन हैं। तमाम ऐसे लोगों जिनका निधन हो चुका है। उन्होंने केवाईसी नहीं कराया है। ऐसे लोग भी आऊट हो जाएंगे। सबसे अधिक परेशान गैस एजेंसी मालिक हैं। उन्हें डर सता रहा है कि उनकी कमाई बंद हो जाएगी। इतना ही नहीं टोरेंट गैस की तरफ से पाइप लाइन से कनेक्शन दिया जा रहा है। एक एजेंसी मालिक का कहना है कि अब देहात एरिया में कनेक्शन का जोर है।