Hapur News: मिल कर्मचारी सहित किसानों की बढ़ी बेचैनी, चीनी मिल पर मंडराया दिवालिया का खतरा

Hapur news:-उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ की सिंभावली चीनी मिल को एसबीआई बैंक ने अपना कर्ज अदा ना होने पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर करते हुए दिवालिया घोषित करने की मांग की है।

Update:2023-08-01 14:36 IST

Hapur news:-उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ की सिंभावली चीनी मिल को एसबीआई बैंक ने अपना कर्ज अदा ना होने पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय में याचिका दायर करते हुए दिवालिया घोषित करने की मांग की है। जिस पर सुनवाई और निर्णय के लिए न्यायालय ने दस अगस्त की तारीख नियुक्त की हुई है। इस खबर से क्षेत्रीय गन्ना किसानों समेत मिल कर्मियों के होश उड़ गए हैं, जिन्हें मिल के दिवालिया घोषित होने पर अपना भुगतान और वेतन न मिल पाने का डर सता रहा है। इसको लेकर क्षेत्र के किसानों ने सिंभावली शाखा पहुंच कर मैनेजर को उच्च अधिकारियों के लिए ज्ञापन सौंपा हैं।

दिवालिया घोषित होने की चर्चा से किसानों की बढ़ी बेचैनी

सिंभावली शुगर मिल ने अपना कारोबार सुचारू रखने के उद्देश्य से एसबीआई और पीएनबी समेत कई बैंकों से कर्ज लिया हुआ है, जिसकी अदायगी ना होने पर एसबीआई और पीएनबी बैंक ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर करते हुए सिंभावली शुगर मिल को दिवालिया घोषित करने की मांग की हुई है। हालांकि पीएनबी बैंक ने इस कार्रवाई से अब स्वयं को अलग कर लिया है और किसी अन्य बैंक ने भी इस संबंध में कोई याचिका दायर नहीं की है। परंतु एसबीआई बैंक अपने द्वारा दिए गए 395 करोड़ रुपये के कर्ज की अदायगी ना होने पर चीनी मिल को दिवालिया घोषित किए जाने की मांग पर अड़ा हुआ है। कर्ज की अदायगी न होने पर सिंभावली शुगर मिल को दिवालिया घोषित किए जाने से संबंधित कानूनी कार्रवाई विचाराधीन होने से जहां मिल प्रबंधन के होश उड़ गए हैं, वही क्षेत्र से जुड़े हजारों गन्ना किसान और मिल से जुड़े हजारों कर्मचारियों में भी अजीब सी बेचैनी व्याप्त हो गई है। किसानों को डर सता रहा है कि अगर शुगर मिल दिवालिया घोषित हो गया तो उनका करोड़ों का बकाया चल रहा गन्ना भुगतान ठंडे बस्ते में पड़ जाएगा और आगामी गन्ना पेराई सत्र पर भी संकट के बादल मंडराने लगेंगे।

यूनियन के नेताओं ने ज्ञापन सौप कर रखी अपनी मांग

वही मिल में कार्य करने वाले हजारों कर्मचारियों को डर सता रहा है कि अगर न्यायालय ने कर्ज अदायगी ना होने पर मिल को दिवालिया घोषित कर दिया तो फिर उन्हें वेतन भी नहीं मिल पाएगा, जिसके कारण उनकी गुजर-बसर संभव नहीं हो पाएगी और बच्चों की की फीस अदा ना होने पर पढ़ाई भी प्रभावित होनी तय है। सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के वरिष्ठ नेता चौधरी श्याम सिंह के नेतृत्व में क्षेत्र से जुड़े सैकड़ों गन्ना उत्पादक किसान भारतीय स्टेट बैंक शाखा में पहुंचे, जिन्होंने सिंभावली की शाखा प्रबंधक ज्योति जैन से इस संबंध में लंबी वार्ता करते हुए बैंक के उच्च अधिकारियों के लिए एक ज्ञापन भी सौंपा।

यहां चौधरी श्याम सिंह ने कहा की अगर कर्ज अदायगी ना होने पर इलाहाबाद न्यायालय ने सिंभावली शुगर मिल को दिवालिया घोषित कर दिया तो फिर किसानों को उनका सैकड़ों करोड़ रुपये का बकाया भुगतान नहीं मिल पाएगाऔर आगामी पेराई सत्र शुरू होने को लेकर भी संकट के बादल मंडरा जाएंगे। उन्होंने शाखा प्रबंधक से इस संबंध में पुनर्विचार करते हुए न्यायालय में दायर की गई याचिका को वापिस कर मिल प्रबंधन के साथ सहमति बनाकर कर्ज की वसूली किए जाने का सुझाव दिया। शाखा प्रबंधक ज्योति जैन बताया कि कर्ज की वसूली न होने पर जो कार्यवाही न्यायालय में चल रही है वह उनकी नियुक्ति से पहले ही हो गई थी। अब इस संबंध में बैंक के आला अधिकारियों से वार्ता कर उन्हें सभी पहलुओं से अवगत कराया जाएगा। इस दौरान अंकित प्रधान, सुदंर सिंह, राजीव दादू, गुलवीर सिंह आदि मौजूद रहें।

चीनी मिल के मुख्य प्रबंधक ने जल्द ही निस्तारण की कही बात

वहीं सिंभावली चीनी मिल के महाप्रबधंक करन सिंह ने बताया कि मिल की ओर से निरंतर किसानों को गन्ने का भुगतान दिया जा रहा है। इसके अलावा बैंकों के कर्ज भी दिया जा रहा है। शीघ्र ही सभी समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।

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