खाद्य सुरक्षा विभाग की फूड सेफ्टी वैन से मेले में होगी जाँच, श्रद्धालुओं की सेहत का रखा जाएगा ख्याल
Hapur News: गंगा खादर क्षेत्र में लगने वाला कार्तिक पूर्णिमा मेले में अब तक करीब तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं नें पड़ाव डाल दिया है। इसमें अनेक श्रदालु अपने घरों से खाद्य सामग्री लेकर आते है।
Hapur News: तीर्थनगरी गढ़मुक्तेश्वर में लगने वाले कार्तिक मेले की अपनी अलग ही पहचान है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का यह सबसे बड़ा मेला होता है, जो करीब कई किलोमीटर से भी ज्यादा एरिया में लगता है। इस मेले में उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों से हजारों की संख्या में लोग स्नान के लिए आते हैं। ऐसी मान्यता है कि मेले के दौरान कार्तिमा पूर्णिमा पर ब्रजघाट में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को पूरे वर्ष किये जाने वाले गंगा स्नान से अधिक पुण्य प्राप्त होता है।
फूड सेफ्टी मशीन का होगा मेले में प्रयोग
गंगा खादर क्षेत्र में लगने वाला कार्तिक पूर्णिमा मेले में अब तक करीब तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं नें पड़ाव डाल दिया है। इसमें अनेक श्रदालु अपने घरों से खाद्य सामग्री लेकर आते है, तो वही कुछ लोंग मेले में लगी दुकानों से भोजन आदि का प्रबंध करते है।इसके लिए खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा इस बार मेले में फूड सेफ्टी मशीन का उपयोग होगा।
चंद मिनटों में परखी जाएगी खाद्य सामग्री की जाँच
मेले में करीब 30 से 35 लाख श्रद्धालुओं का आगमन होगा। ऐसे में मेले के दौरान मिलावट का सामान बिकने की अधिक सभावना है। इसे देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग नें मेले में चेकिंग अभियान शुरू किया है। इसी कड़ी में विभाग नें मेले में पहली बार फूड सेफ्टी वैन का उपयोग करने का निर्णय लिया है। मेरठ मंडल से इस मशीन कों मगाया जा रहा है। इस मशीन के अंदर एक लैब बनी हुई है। इसमें सबंधित कैमिकल आदि की पूर्ण व्यवस्था होती है। पानी कों छोड़कर इसमें सभी खाद्य सामग्री की जाँच कों चंद मिनटों में परखा जा सकता है। ऐसे में मेले में मिलावट करने वालों पर विभाग द्वारा तुरंत कार्यवाही की जाएगी।
क्या बोले गढ खाद्य सुरक्षा अधिकारी
खाद्य सुरक्षा अधिकारी गढ़मुक्तेश्वर सोवेन्द्र सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, फूड सेफ्टी वैन का उपयोग मेले में पहली बार किया जा रहा है। यह मशीन मेरठ से मगाई जा रही है। इसके बाद मेले में बिकने वाले खाद्य सामग्री की जाँच इस वैन में रखी लैबो के माध्यम से चंद मिनटों में पूर्ण किया जाएगा। किसी भी श्रद्धालु की सेहत से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।