Hapur News: बड़ी लापरवाहीः घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए खरीदे गए रिक्शा खुद बन गए कबाड़, चार माह से खा रहे जंक
Hapur News: हापुड़ जनपद में 100 रिक्शा कूड़े में तब्दील होने लगे हैं। जिन्हें नगर को ‘स्वच्छ और सुन्दर’ बनाने के स्लोगन के साथ खरीदा गया था।
Hapur News: हापुड़ जनपद में 100 रिक्शा कूड़े में तब्दील होने लगे हैं। जिन्हें नगर को ‘स्वच्छ और सुन्दर’ बनाने के स्लोगन के साथ खरीदा गया था। इसे डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए मंगाया गया था लेकिन लापरवाही का आलम ये है कि रिक्शा नगरपालिका परिषद के कार्यालय परिसर में ही खड़े रह गए।
संकरी गलियों तक सफाई अभियान पहुंचाने की थी मंशा
शहर की संकरी गलियों में घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए लगभग चार माह पहले लोहे के 100 रिक्शा खि़रीदे गए थे, लेकिन 13 लाख रुपये की कीमत के ये रिक्शा अब खड़े-खड़े जंग खा रहे हैं। हर बार की तरह कुछ समय के बाद ही नगर पालिका के अधिकारी इन्हें कबाड़ में डाल देते हैं और फिर एक बार सरकारी धन की बर्बादी के लिए टेंडर निकालकर रिक्शा खरीद लिए जाते हैं।
एक रिक्शे की कुल कीमत 20 हजार
इन सभी रिक्शा कोकरीब चार माह पहले ही नगर पालिका ने खरीदा था। एक रिक्शा के साथ चार नीले और चार हरे कूड़ेदान भी खरीदे गए थे। इसके चलते एक रिक्शे की कीमत करीब 20 हजार रुपए बैठती है। इन रिक्शा को खरीदने का उद्देश्य घरों से निकलने वाले गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग कर निस्तारण किया जाना था,लेकिन अब यह रिक्शा खुद ही निस्तारित हो गए। सिकन्दर गेट स्थित एमआरएफ सेंटर के पीछे एक कोने में ये रिक्शे खड़े हैं। जल्दी किसी की नजर ही इन पर नहीं पड़ती, चूंकि इस सेंटर में कभी-कभी ही कोई व्यक्ति जाता है।
एक दिन सड़क पर नहीं चल सके
नए खड़े यह रिक्शा एक दिन सड़कों पर नहीं चल पाए हैं। लेकिन अब यह जंग खाकर गलने लगे हैं। मुख्य सफाई निरीक्षक राजकुमार के कार्यभार देखने के दौरान इनकी खरीद की गई थी। हापुड़ नगरपालिका अधिकारियों की माने तो उन्होंने 100 रिक्शे खरीदे थे। इसमें से 35 रिक्शा को संचालन पालिका कर्मचारी कर रहे हैं, लेकिन शहर में इनका संचालन कहां और कौन कर रहा है। यह जानकारी किसी भी अधिकारी के पास नहीं है।