Hardoi News: लड्डू गोपाल के लिए बनारस की गलियों में भटका भक्त, छोड़ी ट्रेन,पुलिस से भी लगाई गुहार, जाने क्या है मामला
Hardoi News: एक परिवार बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के उद्देश्य से बनारस गया हुआ था।बनारस से वापस ट्रेन से आते समय ऑटो में ही लड्डू गोपाल रखे रह गए। इसका पता परिवार को तब चला जब वह अपनी ट्रेन में आकर बैठ गए थे। फिर उन्हें ढूंढने निकल गए।
Hardoi News: भारत में भगवान के प्रति लोगों में आस्था काफी गहरी है। ईश्वर में अपनी आस्था को लेकर उनके भक्त ना जाने क्या-क्या करते रहते है। भगवान के भक्त कभी कुछ ऐसा कर जाते हैं जिससे वह हमेशा याद रहते हैं। भारत के अंदर बहुत से ऐसे भक्त है जो लड्डू गोपाल की बड़ी विधि विधान के साथ पूजा करते हैं और यात्रा के समय भी उनको अपने साथ लेकर चलते हैं। कुछ भक्त तो लड्डू गोपाल के ऐसे हैं कि यदि वह ट्रेन से लेकर हवाई जहाज़ तक में यात्रा करते हैं तो बर्थ या सीट लड्डू गोपाल के नाम से भी आरक्षित कराते है। ऐसा ही एक परिवार बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के उद्देश्य से बनारस गया हुआ था।बनारस से वापस ट्रेन से आते समय ऑटो में ही लड्डू गोपाल रखे रह गए। इसका पता परिवार को जब चला जब वह अपनी ट्रेन में आकर बैठ गए थे।
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ट्रेन में लड्डू गोपाल को काफी खोजने के बाद परिवार को याद आया कि उनके परिवार के एक सदस्य लड्डू गोपाल को अपने हाथ में विराजे हुए थी। परिवार के सदस्य पूछने पर उसने बताया कि उसने लड्डू गोपाल को ऑटो में रख दिया था। फिर क्या था परिवार के दो सदस्य ट्रेन से उतरकर लड्डू गोपाल को खोजने के लिए बनारस की गलियों-गलियों में भटकने लगे। काफी खोजबीन के बाद जब लड्डू गोपाल नहीं मिले तो उन्होंने पुलिस का सहारा लिया। लेकिन पुलिस ने भी उनके लड्डू गोपाल को खोजने में मदद से इंकार कर दिया।
हरदोई से बनारस गया था परिवार
हरदोई के सीतापुर रोड के रहने वाले विवेक मिश्रा 9 जून को अपने परिवार के साथ लड्डू गोपाल को साथ में लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने के लिए गए थे।12 जून को विवेक मिश्रा की वापसी ट्रेन से थी जिसके लिए उन्होंने गिरजाघर चौराहे से एक ऑटो को रोका था। ऑटो में परिवार के कुछ सदस्य बैठ भी गए थे उन सदस्यों के हठ में ही लड्डू गोपाल भी थे, लेकिन ऑटो चालक से पैसे को लेकर कुछ बात ना बनी जिसके बाद ऑटो मैं बैठे सभी लोग उतर गए लेकिन लड्डू गोपाल उसी ऑटो में रह गए। इस बात का पता विवेक को तब चला जब वह ट्रेन में आकर बैठ गए। विवेक द्वारा लड्डू गोपाल लेकर चल रही उनकी भतीजी वैभवी से लड्डू गोपाल की टोकरी के विषय में पूछा तब उसके द्वारा बताया गया कि वह लड्डू गोपाल उसी ऑटो में रह गए। फिर क्या था विवेक अपनी ट्रेन छोड़ अपनी बहन के साथ बनारस की गलियों में ऑटो की खोज करने लगे।
विवेक द्वारा काफी खोजबीन के बाद जब ऑटो नहीं मिला तब विवेक और उसकी बहन लक्सा थाने पहुंचे और टोकरी में रखे लड्डू गोपाल को पुलिसकर्मियों से खोजने की गुहार लगाई। विवेक ने पुलिस को प्रार्थना पत्र देकर लड्डू गोपाल को खोजने की गुहार लगाई लेकिन पुलिसकर्मियों ने बनारस में चल रहे जी-20 सम्मेलन में लगे पुलिस फोर्स का हवाला देते हुए स्टाफ की कमी बताई। पुलिस द्वारा विवेक को बताया गया कि स्टाफ कम होने के चलते वह सीसीटीवी से खोजबीन कर पाने में असमर्थ है। जिसके बाद विवेक व उसकी बहन ख़ाली हाथ वापस लौट आये।