Hardoi News : ड्रोन से नाला सफाई का होगा सर्वे, अतिक्रमण पर प्रशासन की नजर, सख्ती से होगी कार्रवाई
Hardoi News : प्रदेश के हरदोई के कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में नगर पालिका में जलभराव के सम्बन्ध में बैठक हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि जल भराव की समस्या की मूल जड़ की सम्पूर्ण जानकारी कर कार्य योजना बनाई जाए।
Hardoi News : प्रदेश के हरदोई के कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में नगर पालिका में जलभराव के सम्बन्ध में बैठक हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि जल भराव की समस्या की मूल जड़ की सम्पूर्ण जानकारी कर कार्य योजना बनाई जाए। नालों में जल प्रवाह को अंतिम गन्तव्य तक निर्बाध बनाने के लिए कार्य किया जाए। प्रवाह की ढाल को ठीक किया जाए। जल प्रवाह के अवरोधों को मार्ग से हटाया जाए।
डीएम ने कहा कि विकास भवन व कलक्ट्रेट की चोक नालियों को तत्काल साफ कराया जाए। नाला सफाई में अवरोधक अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई की जाए व तत्काल पीपी ऐक्ट में मुकदमा दर्ज कराया जाए। उन्होंने सिंचाई विभाग को ड्रोन से सभी नालों की रिकार्डिंग करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जलभराव की स्थिति में सुधार न होने पर सम्बंधित की जवाबदेही तय की जाएगी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रियंका सिंह, नगर मजिस्ट्रेट सुनील कुमार त्रिवेदी व अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
ईओ को जमकर लगाई थी फटकार
हरदोई की अधिकांश सड़कों के साथ कलक्ट्रेट परिसर में हुए जलभराव को लेकर जिलाधिकारी ने बैठक की। जिलाधिकारी की बैठक से पहले उत्तर प्रदेश सरकार में आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल समीक्षा बैठक में नगर पालिका हरदोई ईओ की जलभराव को लेकर जमकर फटकार लगाई थी, जिसके बाद अब जिलाधिकारी ने बैठक कर जल भराव की समस्या को जड़ से समाप्त करने को लेकर विचार विमर्श किया। इसके साथ ही अधिकारियों को शहर में होने वाले जलभराव से निजात दिलाने के लिए कोई ठोस प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।
जलभराव से जल्द मिलेगी राहत
हरदोई में होने वाली बारिश से शहर की अधिकांश सड़कें व गलियां पानी में डूब जाती हैं, जिससे लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जिलाधिकारी के निर्देश के बाद लोगों को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें बारिश में होने वाले जलभराव से राहत मिलेगी। हरदोई शहर के लोग नगर में सिविल लाइन की मांग लगातार शासन प्रशासन से कर रहे हैं। हरदोई नगर के नालों का निकास भी व्यवस्थित न होने से नगर में जल भराव की स्थिति देखने को मिल जाती है।