Hardoi News: मालगाड़ी से पांच गौवंश टकराए, मौत, डाउन ट्रैक हुआ प्रभावित, तीन ट्रेनें रुकी

Hardoi News: हादसे से डाउन ट्रैक पूरी तरह से प्रभावित हो गया। आनन-फानन में पीछे की ओर से आ रही तीन ट्रेनों को जहां की तहां रोक दिया गया। लोको पायलट द्वारा कंट्रोल रूम को सूचना दी गई।

Update: 2023-05-18 20:51 GMT
मालगाड़ी से पांच गौवंश टकराए, मौत: Photo- Newstrack

Hardoi News: हरदोई में एक बार फिर मालगाड़ी की चपेट में आने से आधा दर्जन गोवंश की मौत हो गई। हरदोई में लगातार ट्रेनों के चपेट में आने से गोवंश की मौत के मामले सामने आते रहते हैं। कई बार इसकी रोकथाम के लिए मंडल रेल प्रबंधक से भी जानकारी ली गई जिस पर मंडल रेल प्रबंधक द्वारा बड़ी-बड़ी योजनाओं के दावे किए थे, जिसके बाद भी गौवंशों के रेल ट्रैक पर आने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। रेल ट्रैक पर गौवंशों के झुंड के आने से किसी भी दिन कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है।

डाउन ट्रैक हुआ प्रभावित,तीन ट्रेनें जहाँ की तहाँ रुकीं-

आंझी शाहाबाद रेलवे स्टेशन के गेट संख्या 299 पर शाहजहांपुर की ओर से आ रही मालगाड़ी से रेलवे ट्रैक पर मौजूद 6 गौवंश टकरा गए, जिससे उनकी मौत हो गई। हादसे से डाउन ट्रैक पूरी तरह से प्रभावित हो गया। आनन-फानन में पीछे की ओर से आ रही तीन ट्रेनों को जहां की तहां रोक दिया गया। लोको पायलट द्वारा कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही रेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची रेलवे सुरक्षा बल की टीम व रेल कर्मचारियों द्वारा मृत गौवंशों को रेल से हटाने का कार्य किया गया।

मालगाड़ी व गैवांशों के झुंड में टक्कर इतनी तेज थी कि एक गौवंश मालगाड़ी के इंजन में फंस गया जिसे कड़ी मशक्कत के बाद रेल कर्मियों ने इंजन से बाहर निकाला। जिसके बाद मालगाड़ी के लोको पायलट द्वारा इंजन की जांच कर आगे की ओर रवाना हो गया। गौवंशों के मालगाड़ी से टकराने पर लगभग आधा घंटा डाउन ट्रैक बाधित रहा जिसके चलते पीछे से आ रही 15904 अमृतसर डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस, 13308 गंगा सतलुज एक्सप्रेस व 13006 पंजाब मेल को रास्ते में ही रोक दिया गया। भीषण गर्मी में ट्रेनों के बीच रास्ते में रुकने से रेल यात्रियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ा।

कई बार आरपीएफ चला चुका है जागरूकता अभियान

गौवंशों के रेल ट्रैक पर आने से रोक थाम के लिए रेलवे सुरक्षा बल समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाता रहता है।रेलवे सुरक्षा बल रेल ट्रैक के नजदीकी गांव में जाकर ग्रामीणों को जागरूक करता है।ग्रामीणों को जागरूक करते हुए रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बताया जाता है कि रेल ट्रैक पर अन्ना मवेशियों को लाने से बचे, यदि कोई अन्ना मवेशी ट्रेन की चपेट में आता है तो मवेशी का मालिक जिम्मेदार होगा।रेलवे सुरक्षा बल द्वारा लोगों से रेल ट्रैक के आसपास मवेशियों को ना चराने व रेल ट्रैक पर ना बैठने की अपील करता रहता है।

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