Hardoi News: बाढ़ ने दिखाया विकराल रूप, दर्जनों गाँव बाढ़ की चपेट में, ग्रामीणों का प्रशासन पर अनदेखी का आरोप

Hardoi Flood Alert: हरदोई में बाढ़ ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। बाढ़ के कारण दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ग्रामीणों द्वारा स्वयं से पलायन करना शुरू कर दिया है। बाढ़ का पानी स्कूलों से लेकर किसानों के खेत तक मी पहुंच चुका है।

Update:2023-08-19 13:17 IST
Hardoi Flood Alert

Hardoi Flood Alert: हरदोई में बाढ़ ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है। बाढ़ के कारण दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। ग्रामीणों द्वारा स्वयं से पलायन करना शुरू कर दिया है। बाढ़ का पानी स्कूलों से लेकर किसानों के खेत तक मी पहुंच चुका है। निचले इलाक़े के सभी क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं।बाढ़ के प्रकोप को देखते हुए ग्रामीण खुद ही अपना आशियाना उजाड़ने में लगे हुए हैं। हरदोई से होकर गंगा व रामगंगा नदी गुजरती है। नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जलस्तर बढ़ने से कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं जबकि कई गांव में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। 2011 के बाद एक बार फिर बाढ़ ने ग्रामीणों के जीवन पर प्रभाव डाला है। हालांकि हरदोई पहुंचे जल शक्ति मंत्री ने बाढ़ से निपटने के दावे तो बड़े-बड़े किए थे लेकिन धरातल पर सारे दावे विफल साबित होते नजर आ रहे हैं।

ग्रामीणों का आरोप है कि जिला प्रशासन किसी मेरी तरह से उनकी समस्या का समाधान नहीं कर रहा है।नदियों में तेज बहाव के चलते लगातार कटान जारी है।ग्रामीणों का आरोप है कि जिला प्रशासन के अधिकारी आते हैं और पिकनिक मना कर चले जाते हैं।ग्रामीणों को बाढ़ से निपटने के लिए स्वयं ही अपनी समस्या का निदान करना पड़ रहा है।इन सबके बीच आला अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों की मदद के लिए बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था कर दी गई है।हालांकि ग्रामीणों के मुताबिक जमीनी स्तर पर फिलहाल व्यवस्थाएं अभी नजर नहीं आ रही।

पहाड़ो पर लगातार बारिश बनी बाढ़ का कारण

पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश का असर मैदानी इलाकों से होकर गुजरने वाली नदियों पर पड़ रहा है। गंगा, रामगंगा, यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार पहाड़ी इलाकों में फिलहाल बारिश का दौर जारी रहेगा।ऐसे में गंगा और रामगंगा नदी का जलस्तर अभी और बढ़ने का अनुमान है।पहाड़ों पर बारिश के चलते बैराजों से पानी लगातार छोड़ा जा रहा है।गंगा और रामगंगा नदी में ₹599788 क्यूसिक पानी छोड़ा गया है जिसका असर गंगा व रामगंगा के किनारे बसे गाँवों पर पड़ रहा है।गंगा नदी खतरे के निशान से 15 सेंटीमीटर ऊपर 137.25 मीटर पर बह रही है वही रामगंगा नदी में भी 25 सेंटीमीटर व गर्रा नदी में पानी 15 सेंटीमीटर के निशान के ऊपर बह रहा है।रामगंगा का पानी 136.65 मीटर और गर्रा नदी का पानी 146.50 मीटर पर पहुंच गया है।गंगा और राम गंगा नदी का पानी बढ़ने के साथ ही साथ सवायजपुर के कटियारी क्षेत्र में गर्रा नदी,गंभीरी नदी,नीलम नदी का पानी एक साथ होकर बह रहा है जिससे कटान व बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

2011 के बाद आई है बाढ़

हरदोई जनपद के सवायजपुर में 2011 के बाद बाढ़ आई है।बाढ़ के चलते ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हैं।नदियों का बहाव तेज होने के कारण लगातार कटान जारी है। कटिहारी क्षेत्र के शिवलापूर्वा, छंगापूर्वा, दुलारपूर्वा,आलमपुर, सुलखामऊ, जीवनपूर्वा समेत लगभग दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ की वजह प्रभावित हुए हैं। बाढ़ का पानी इन गांव में घुसने के चलते स्कूलों में जलभराव हो गया है वहीं किसानों की फसल भी जलमग्न हो गई है। यहां के किसान स्वयं अपना आशियाना तोड़कर ईटा निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले जाकर आशियाना बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

क्या बोली एसडीएम

सवायजपुर तहसील की एसडीएम डॉक्टर अरुणिमा श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रामीण व मरीजों की मदद के लिए सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में स्टीमर तैनात कर दिए गए हैं।बाढ़ चौकिया पर पशु चिकित्सा विभाग, चिकित्सा विभाग, विकास विभाग व राजस्व विभाग से एक-एक कर्मचारी को तैनात किया गया है जिससे ग्रामीणों को किसी प्रकार की समस्या ना हो।बाढ़ प्रभावित छात्रों पर नजर रखी जा रही है प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को हर संभव मदद दिलाने के लिए आश्वस्त है।

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