Hardoi News: जीआरपी हरदोई में रेलवे के पास में हुआ बड़ा खेल, सिपाहियों के परिजनों ने की यात्रा, जानिए पूरा मामला
Hardoi News: हरदोई में रेलवे के पास से अनाधिकृत यात्रा करने का मामला सामने आया है। जीआरपी से जुड़ा हुआ है। इसी जांच के क्रम में विजिलेंस टीम के द्वारा हरदोई रेलवे स्टेशन पर भी जांच शुरू कर दी है।
Hardoi News: हरदोई में रेलवे के पास से अनाधिकृत यात्रा करने का मामला सामने आया है। रेलवे से जुड़े सूत्र बताते हैं कि मामला जीआरपी से जुड़ा हुआ है। इसी जांच के क्रम में विजिलेंस टीम के द्वारा हरदोई रेलवे स्टेशन पर भी जांच शुरू कर दी है। सूत्रों ने बताया कि जीआरपी को जारी होने वाले रेलवे के पास पर केवल ड्यूटी के दौरान ही जीआरपी कर्मी यात्रा कर सकते हैं, लेकिन जीआरपी को मिलने वाले रेलवे पास का वहां तैनात आरक्षियों ने दुरुपयोग किया है।
रेलवे पास पर परिजनों ने की सैर
जीआरपी में तैनात आरक्षियों ने अपने परिजनों को पास पर अनाधिकृत तौर पर यात्रा कराई है। हरदोई पहुंची विजिलेंस की टीम ने जीआरपी के आरक्षियों व प्रभारी निरीक्षक से भी पूछताछ की है। सूत्रों ने बताया कि विजिलेंस टीम लगातार ड्यूटी पर जाने वाले रेल कर्मियों के पास पर जारी होने वाले आरक्षण टिकटों की जांच कर रही है। हालांकि, अभी कितनी यात्राएं जीआरपी के आरक्षियों द्वारा कराई गई है, इसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है। रेलवे के पास से अनाधिकृत यात्रा कराए जाने का मामला सामने आते ही हरदोई रेलवे स्टेशन पर हड़कंप मच गया।
कई कर्मचारी आ सकते हैं जांच के दायरे में
दरअसल जीआरपी को ड्यूटी के लिए भारतीय रेल द्वारा जारी किया जाने वाला पास आवंटित किया जाता है। इस पास का प्रयोग जीआरपीकर्मी अन्य जिलों में सरकारी कार्यों से जाने व आने के लिए करते हैं। यदि क्षेत्र के बाहर जीआरपी के किसी भी आरक्षी को या दरोगा को भेजा जाता है तो उसके लिए भी जीआरपी के प्रभारी व आरक्षी के लिए जारी रेल पास पर टिकट बुक कराया जाता है। जारी किए जाने वाले टिकट में जाने वाले स्टाफ़ के ही लोग यात्रा कर सकते हैं। ऐसे में जीआरपी के तत्कालीन थाना प्रभारी की भूमिका भी रेलवे पास में हुए फर्जीवाडे़ में संदिग्ध नजर आ रही है।
विजलेंस टीम कर रही मामले की जांच
सूत्रों ने बताया कि जीआरपी को जारी हुए रेलवे पास कार्ड की वैधता सन 2020 तक थी। इस कार्ड की वैधता को 2023 तक पुलिस अधीक्षक द्वारा बढ़ा दिया गया। जबकि पुलिस अधीक्षक रेलवे पास कार्ड की वैधता को आगे बढ़ाने के लिए अधिकृत नहीं हैं। विजिलेंस टीम इस की विधिवत जांच में जुटी हुई है।
सूत्रों ने बताया कि रेलवे के पास में हुए फर्जीवाड़े में कई रेल कर्मी भी चपेट में आ सकते हैं। जानकारों ने बताया कि लगभग चार जीआरपी कर्मियों द्वारा रेलवे से मिलने वाले पास कार्ड का दुरुपयोग कर अपने परिजनों को भी यात्रा कराई गई है। जानकारों ने बताया कि जल्द ही विजिलेंस की टीम जांच पूरी कर मामले में आरोपी जीआरपी कर्मियों को विरुद्ध कार्रवाई हेतु अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। सूत्रों ने बताया कि जीआरपी के कई तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक भी इस जांच की चपेट में आएंगे।