Hardoi News: मणिपुर दंगों में फंसे छात्र ने बताई आपबीती, किस तरह दहशत के साए में गुजरी रातें
Hardoi News: जनपद हरदोई के बिलग्राम तहसील क्षेत्र का एक छात्र मणिपुर में आईआईआईटी की शिक्षा ग्रहण कर रहा था। इसी दौरान वहां पर हिंसा भड़कने से हालात बिगड़ गए और कर्फ्यू लगा दिया गया।
Hardoi News: जनपद हरदोई के बिलग्राम तहसील क्षेत्र का एक छात्र मणिपुर में आईआईआईटी की शिक्षा ग्रहण कर रहा था। इसी दौरान वहां पर हिंसा भड़कने से हालात बिगड़ गए और कर्फ्यू लगा दिया गया। हिंसा में फंसे छात्र को वहां से सकुशल फ्लाइट से दिल्ली पहुंचाया गया। जिसके बाद वह अपने घर पहुंच गए हैं। उसके मुताबिक वहां से लौटे सभी 88 छात्रों के परिजनों ने सरकार को आभार व्यक्त किया है।
ऐसे सरकार ने घर कराई वापसी
आपको बता दें मल्लावां कस्बे के छत्ता टोला निवासी मुबीन खान और उनकी पत्नी मोहसिना खातून दोनों शिक्षामित्र के पद पर तैनात हैं। उनके बेटे अमन अहमद ने नवंबर 2022 में आईआईआईटी( इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी) मणिपुर में बीटेक में दाखिला लिया था। वह मणिपुर में ही हॉस्टल में रहता था। तीन मई को मणिपुर में हिंसा भड़क गई और वहां के हालात बिगड़ गए। मणिपुर सरकार ने वहां आर्मी तैनात कर दी और कर्फ्यू लगा दिया। हॉस्टल में फंसे बच्चों को खाना-पीना, रहना दुश्वार हो गया। इसके साथ ही छात्रों के परिजन भी परेशान हो गए।
उत्तर प्रदेश सरकार ने मामले को संज्ञान में लेते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। प्रमुख अधिकारियों से बात कर छात्रों को रेस्क्यू टीम के द्वारा वहां से यूपी भेजने का निर्णय लिया गया था। जिसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच एयरपोर्ट पहुंचाया गया। वहां से अमन के ग्रुप के 44 छात्रों व 18 अन्य छात्रों को प्लेन से दिल्ली भेजा गया। जिसके बाद वहां से सभी छात्रों को अपने-अपने गांव जाने के लिए सुरक्षित व्यवस्था के बीच भेजा गया।
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अमन ने बताया कि वहां पर हालात इतने खराब हो गए थे कि रहना मुश्किल हो गया था। हर कुछ समय बाद धमाके हो रहे थे। अमन के पिता मुबीन खान ने पुत्र को सकुशल घर वापस पहुंचाने के लिए सरकार को आभार व्यक्त किया।