Hardoi News: बेखौफ दबंगों के हौंसले बेकाबू, मथुरा में तैनात डिप्टी कमिश्नर के पिता की नृशंस हत्या
Hardoi News: जमीनी फर्जीवाड़े की शिकायत करना इतना भारी पड़ गया कि बदले में उन्हें अपनी जान ही गंवानी पड़ गई।
Hardoi News: उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद में पाली थाना क्षेत्र के मुडरामऊ गांव में मथुरा के डिप्टी कमिश्नर उद्योग रावेन्द्र के बुजुर्ग पिता दयाराम को गांव के ही दबंगों ने मौत के घाट उतार दिया। उनको एक जमीनी फर्जीवाड़े की शिकायत करना इतना भारी पड़ गया कि बदले में उन्हें अपनी जान ही गंवानी पड़ गई।
बुजुर्ग की शिकायत पर जेल गए थे आरोपित, वापस आकर लिया बदला
दरअसल, मथुरा जनपद में तैनात डिप्टी कमिश्नर उद्योग रावेन्द्र के बुजुर्ग पिता दयाराम हरदोई के पाली थाना क्षेत्र के मुडरामऊ गांव में रहते हैं। जिनकी शिकायत पर गांव के ही रहने वाले आरोपितों को जमीनी फर्जीवाड़े में जेल की हवा खानी पड़ गई थी। जिससे नाराज दबंगों ने जेल से बाहर आते ही बुजुर्ग से बदला लेने की ठान ली। जिसकी प्लानिंग वो जेल में बैठकर ही कर चुके थे। जेल से छूटते ही बदमाश उनकी हत्या करने के मौके की तलाश में थे।
खेत से लौटते वक्त बांके से काट दिया हाथ, पीटकर मार डाला
शुक्रवार को बुजुर्ग दयाराम अपनी खेत से चारा लेकर घर आ रहे थे। उसी समय जैसे ही दयाराम आरोपितों के सामने से गुजरे तो उन्हें रोक लिया। दबंगों ने उनपर हमला कर दिया। बांके और लाठी डन्डे से हमला करके बुरी तरह बुजुर्ग को मारापीटा गया। जिससे बुजुर्ग का एक हाथ कटकर शरीर से लटकने लगा। घटना की जानकारी होने पर परिजनों द्वारा घायल बुजुर्ग को इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल लाया गया। जहां से हालत गंभीर देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच-पड़ताल में जुट गई है।
गैस एजेंसी को लेकर उपजा था विवाद, पुरानी रंजिश के चलते हुई हत्या
बताया जा रहा है कि दबंगों की इस परिवार से पुरानी रंजिश चल रही थी। जिसको लेकर गांव के ही दबंग महावीर, राजहंस, रघुवीर, सन्दीप, रजनीश और मनोज पर हत्या का आरोप लगा है। गैस एजेंसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच काफी लंबे समय से विवाद चल रहा था। दयाराम के छोटे बेटे विजय प्रताप के नाम छह दिसंबर 2013 को भारत गैस एजेंसी मंजूर हुई थी। कुछ समय बाद कूटनीतिक तरीके से महावीर ने विजय की गैस एजेंसी को निरस्त करवा दिया था। जिसके बाद महावीर ने फर्जी तरीके से खुद का नाम बदलकर हंसराज बताकर गैस एजेंसी अपने नाम करवा ली थी।
दयाराम ने सन 2021 में कोर्ट के आदेश पर महावीर के खिलाफ पाली थाने में विभिन्न धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराया था। इसमें महावीर को जेल भी हुई थी। जांच में गलत पाए जाने पर महावीर की गैस एजेंसी को भी निरस्त कर दिया गया था ।तभी से महावीर व दयाराम के बीच पुरानी रंजिश चली आ रही थी। पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। डिप्टी कमिश्नर के पिता की हत्या के मामले में पुलिस ने दो अभियुक्तों को हिरासत में लिया है। बाकी की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बाकी के अभियुक्त भी पुलिस की हिरासत में होंगे। हत्या करने वाले दोषी को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी।