Hardoi News: कोई और थाना तो दूर महिला थाने में भी नहीं कोई लेडी उपनिरीक्षक, हवा में महिला सशक्तिकरण के दावे
Hardoi News: हरदोई जनपद में 26 थानों में एक भी थानाध्यक्ष महिला नहीं है। हरदोई के 26 थानों में एक महिला थाना भी है जिसका जिम्मा महिला उप निरीक्षक राम सुखारी संभाल रही थी जिन्हें पुलिस अधीक्षक हरदोई राजेश द्विवेदी ने तबादला एक्सप्रेस में उनका तबादला कर दिया।
Hardoi News: उत्तर प्रदेश में एक और जहां महिला सशक्तिकरण को लेकर लगातार जागरूकता अभियान,गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। महिला सशक्तिकरण का बढ़ावा देने को लेकर हाल ही में पुलिस अधीक्षक कार्यालय हरदोई में छात्राओं को एक दिन का पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी बनाकर कुर्सी पर बैठाया गया था। पुलिस अधीक्षक हरदोई द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए इस कार्य को करना बताया गया था।लेकिन महिला सशक्तिकरण के दावे की पोल हरदोई में खुल गई है।
हरदोई जनपद में 26 थानों में एक भी थानाध्यक्ष महिला नहीं है। हरदोई के 26 थानों में एक महिला थाना भी है जिसका जिम्मा महिला उप निरीक्षक राम सुखारी संभाल रही थी जिन्हें पुलिस अधीक्षक हरदोई राजेश द्विवेदी ने तबादला एक्सप्रेस में उनका तबादला कर दिया।पुलिस अधीक्षक द्वारा 7 अगस्त को सात निरीक्षक, 25 उप निरीक्षक समेत कल 39 पुलिसकर्मियों के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया था।पुलिस अधीक्षक द्वारा किए गए बदलाव के पीछे कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने का बताया गया था।7 अगस्त को हुए तबादलों के बाद हरदोई जनपद में किसी भी थाने में महिला को प्रभार नहीं दिया गया है।महिला थाने की कमान संभाल रही राम सुखारी को भी महिला थाने से हटाकर शहर कोतवाली भेज दिया गया है।अब सवाल यह उठता है कि एक और जहां महिला सशक्तिकरण अभियान चल रहा है वहां हरदोई जनपद के 26 थानों में से किसी भी थाने की कमान महिला निरीक्षक व उप निरीक्षक के हाथ में नहीं है।ऐसे में छात्राओं को अधिकारियों की कुर्सी पर बैठा कर महिला सशक्तिकरण का दावा करने वाला विभाग महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर कितना जागरुक है यह साफ़ प्रतीत होता हैं।
महिला उपनिरीक्षक नहीं मिली ज़िम्मेदारी
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पुलिस अधीक्षक कार्यालय के निकट बने महिला थाने में प्रतिदिन महिलाएं अपनी शिकायत लेकर पहुंचती थी जहां तैनात महिला उपनिरीक्षक राम सुखारी महिलाओं की शिकायत को सुन उनका निस्तारण करती थी। महिला थाना अध्यक्ष होने के नाते पीड़ित महिलाएं निसंकोच अपनी बातें महिला थाना अध्यक्ष से कह सकती थी लेकिन 7 अगस्त को हुए तबादले के बाद महिला थाने की कमान पुरुष उप निरीक्षक राम लखन को सौंप दी गई है।ऐसे में अब महिला थाने पहुंचने वाली पीड़ित महिलाएं एक पुरुष थाना अध्यक्ष से कैसे बिना किसी संकोच अपनी बात रख पायेंगी। अगर यह मान लिया जाए की महिला थाना अध्यक्ष को काफी समय से महिला थाने की कमान मिली हुई थी जिसके चलते उनका तबादला हुआ है फिर भी हरदोई जनपद में कई महिला उप निरीक्षकों के तैनाती है तो फिर उन्हें क्यों नहीं महिला थाने की कमान सौंपी गई।महिला थाने कमान एक महिला उपनिरीक्षक के हाथ में होनी चाहिए जिससे वहां पहुंचने वाली फरियादी महिलाएं बिना किसी संकोच के अपनी पीड़ा एक महिला थाना अध्यक्ष को बता सके।महिला थाने की कमान कई वर्षों से महिला निरीक्षक व उपनिरीक्षक ही सम्भालती आ रही है