Hardoi News: सारस के बाद अब मोर की लव स्टोरी आई सामने, इस थानाध्यक्ष के हाथ से दाना चुगने आता है ये पक्षी
Hardoi News: मोर (Peacock) को थानेदार के साथ ऐसा लगाव हो गया है कि जब वे नहीं होते हैं तो वह थाने की किसी दीवार पर बैठकर तेज-तेज आवाज निकालने लगता है।
Hardoi News: राष्ट्रीय पक्षी मोर हरदोई के अरवल थानेदार श्यामू कनौजिया का दोस्त बन गया है। जैसे ही थानेदार उसे आवाज लगाते हैं, कुछ ही सेकेंड में वह उड़कर उनके पास पहुंच जाता है। थानेदार उसको हथेली पर कुछ न कुछ रखकर खिलाते हैं। जिसे मोर (Peacock) बड़े चाव से खाता है। खास बात यह भी है कि जैसे ही मोर किसी तीसरे व्यक्ति की आसपास आहट पाता है, तुरन्त उड़ जाता है।
एसओ के न होने पर आवाज निकालता है मोर
मोर (Peacock) को थानेदार के साथ ऐसा लगाव हो गया है कि जब वे नहीं होते हैं तो वह थाने की किसी दीवार पर बैठकर तेज-तेज आवाज निकालने लगता है। तब ऐसा लगता है कि वह अपने दोस्त थानेदार को पुकार रहा है। थानेदार एवं मोर की दोस्ती के वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहे हैं।
थानाध्यक्ष को देखकर नीचे आता है मोर
उत्तर प्रदेश में कई पशु प्रेमी है। हाल ही में एक पशु प्रेमी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय पक्षी सारस को अपने साथ खिलाता पिलाता और घुमाता था। आरिफ नाम के युवक और सारस के बीच प्रेम का मामला काफी चर्चित हुआ था। आरिफ सारस को अपने हाथों से खाना खिलाता था। सारस आरिफ के साथ उसकी ही थाली में ही खाना खाता था। साथ ही यदि आरिफ कहीं जाता तो उसी के साथ सारस भी जाया करता था। सारस को जब आरिफ नजर नहीं आता था तो वह काफी बेचैन हो जाता था। ऐसा ही कुछ हरदोई में हो रहा है। फर्क इतना है कि यहां सारस की मोर है, जो थानाध्यक्ष से बखूबी मिलजुल गया है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। एक थानाध्यक्ष मोर को अपने हाथों से खाना खिलाते नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में मोर थानाध्यक्ष के हाथों में रखकर दाने को खाता हुआ नजर आ रखा है।
रोज थाने में आता है मोर
लोगों का कहना है कि प्रतिदिन मोर थाने में पहुंचता है। यहां के थानाध्यक्ष श्याम बाबू कनौजिया के हाथों से दाना खाकर वापस चला जाता है। थानाध्यक्ष व मोर के बीच इस प्रेम का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। लोग थानाध्यक्ष की जमकर तारीफ भी कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि थानाध्यक्ष के कमरे से बाहर आने तक मोर उनका थाने की दीवार पर बैठकर इंतजार करता है। जैसे ही थानाध्यक्ष बाहर निकलते हैं, वैसे ही मोर उनके पास भोजन की प्राप्ति के लिए आ जाता है।