UP Nikay Chunav 2023: हापुड़ में शस्त्र दुकानों का हुआ निरीक्षण, खंगाले गए रिकॉर्ड, जानिए क्या है वजह
UP Nikay Chunav 2023: एसडीएम अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि शस्त्र दुकानों के निरीक्षण का कार्य चुनाव के अंतिम समय तक चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान एक अप्रैल से 31 मार्च तक खरीदे व बेचे गए कारतूस व शस्त्रों की सख्या का सत्यापन किया जा रहा है। शस्त्र दुकान के रजिस्टर में नगर के रहने वाले कितने लोगों ने शस्त्र जमा किए जाने की भी जांच की गई है।
UP Nikay Chunav 2023 Hapur News: गढ़मुक्तेश्वर एसडीएम और सीओ ने नगर में शस्त्र की दुकानों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने शस्त्रों और दस्तावेजों के सही रखरखाव समेत सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। एसडीएम अंकित कुमार वर्मा और सीओ स्तुति सिंह ने शुक्रवार को गढ़ नगर में स्थित शस्त्र की दुकानों के अलावा रोडवेज बस स्टैंड के पास स्थित राजा गन हाउस में जांच पड़ताल की। जहां पर उन्होंने शस्त्रों के रखरखाव समेत स्टॉक रजिस्टर, सेल रजिस्टर, लाइसेंस की वैधता समेत सभी दस्तावेजों की जांच की।
अधिकारियों ने जमा कराए जाने वाले कारतूस के खोखों की भी जांच की। इसके अलावा कारतूस खरीदने वाले ग्राहकों की आईडी, कस्टडी रजिस्टर का निरीक्षण किया। स्टॉक में रखे कारतूसों और शस्त्रों का रजिस्टर से मिलान कर जांच पड़ताल की गई। एसडीएम ने दुकानदारों को सभी दस्तावेज दुरुस्त रखने, बिना आईडी कारतूस न बेचने समेत सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने का निर्देश दिया।
निकाय चुनाव को लेकर बढ़ी सतर्कता
Also Read
एसडीएम अंकित कुमार वर्मा ने बताया कि शस्त्र दुकानों के निरीक्षण का कार्य चुनाव के अंतिम समय तक चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह अभियान एक अप्रैल से 31 मार्च तक खरीदे व बेचे गए कारतूस व शस्त्रों की सख्या का सत्यापन किया जा रहा है। शस्त्र दुकान के रजिस्टर में नगर के रहने वाले कितने लोगों ने शस्त्र जमा किए जाने की भी जांच की गई है। प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक निकाय चुनाव को लेकर प्रशासन कोई कमी नहीं बरतना चाह रहा है।
इसी क्रम में उसे जनपद के शस्त्र लाइसेंस धारकों और शस्त्र दुकानों के बीच कुछ अनियमितता की जानकारी मिली थी। इसी को लेकर लगातार चेकिंग का अभियान चलाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो प्रशासन को कुछ दुकानों पर नियमों का पालन नहीं करने की जानकारी मिली है, जिनपर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। चुनाव को लेकर प्रशासन कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं करना चाहता है।