इन 2 IPS अफसरों के खिलाफ योगी सरकार लेने जा रही बड़ा एक्शन, जानिए क्यों

इस वक्त की सबसे बड़ी खबर यूपी से आ रही है। यूपी में तैनात रहे दो आईपीएस अफसरों की मुश्किलें बढ़ गई है। इनके नाम हैं आईपीएस अजय पाल शर्मा और आईपीएस हिमांशु कुमार।

Update: 2020-09-14 12:04 GMT
उनके खिलाफ विजिलेंस की जांच चल रही थी। करीब 6 महीने तक चली विजिलेंस जांच में दोनों अधिकारियों पर लगे अधिकतर आरोपों को सही पाया गया है।

लखनऊ: इस वक्त की सबसे बड़ी खबर यूपी से आ रही है। यूपी में तैनात रहे दो आईपीएस अफसरों की मुश्किलें बढ़ गई है। इनके नाम हैं आईपीएस अजय पाल शर्मा और आईपीएस हिमांशु कुमार।

दोनों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद से उनके खिलाफ विजिलेंस की जांच चल रही थी। करीब 6 महीने तक चली विजिलेंस जांच में दोनों अधिकारियों पर लगे अधिकतर आरोपों को सही पाया गया है।

विजिलेंस ने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। माना जा रहा है अब किसी भी समय योगी सरकार इनके विरुद्ध कड़ा एक्शन ले सकती है।

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आईपीएस अजय शर्मा और हिमांशु कुमार की फोटो(सोशल मीडिया)

क्या है ये पूरा मामला

बता दें कि नोएडा के तत्कालीन एसएसपी वैभव कृष्णा ने पांच आईपीएस अफसरों राजीव नारायण मिश्रा, गणेश साहा, अजय पाल शर्मा, सुधीर कुमार सिंह और हिमांशु कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे।

विवाद बढ़ा तो ये मामला शासन तक जा पहुंचा। जब शासन स्तर से इस केस में जांच शुरू की हुई तो तीन आईपीएस अधिकारियों राजीव नारायण, सुधीर कुमार सिंह,और गणेश साहा के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत नहीं मिले थे।

विजिलेंस जांच में अजय पाल और हिमांशु की कई अवैध संपत्तियों के बारे में भी जानकारी निकलकर बाहर आई। इसके बाद विजिलेंस विभाग ने इस मामले की जांच रिपोर्ट शासन को सौंप दी। आरोपी आईपीएस अधिकारी अजय पाल अभी पुलिस प्रशिक्षण स्कूल उन्नाव और हिमांशु पीएसी इटावा में पोस्टेड हैं।

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यूपी पुलिस की फोटो(सोशल मीडिया)

बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले पुलिस कर्मियों की स्क्रीनिग की जाएगी। जो पुलिस वाले स्क्रीनिंग में अनफिट पाए जाएंगे उन्हे जबरन रिटायरमेंट दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही कमेटी का गठन किया जाएगा।

शासन सूत्रों के अनुसार इसकी तैयारियां तेज कर दी गयी है

सूत्रों के अनुसार इसकी तैयारियां तेज कर दी गयी है। इसमें वही पुलिस कर्मी शामिल होगें जिनकी उम्र 31 मार्च 2020 को 50 वर्ष की हो चुकी हो। पुलिस की सभी इकाइयों के प्रमुखों, आईजी रेंज और एडीजी जोन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों से को एक लिस्ट तैयार कर भेजने को कहा गया है।

इस सूची में उन लोगों को शामिल ल किया जाएगा जो काम के मामले में ढीलेढाले हैं साथ ही उन पर अनिमतिताएं भी पाई गयी है। इस सूची में भ्रष्ट और नाकारा पुलिसकर्मियों का नाम शामिल होगा। यह वही पुलिस कर्मी होंगे जिनकी उम्र 50 साल से ऊपर होगी और इनकी स्क्रीनिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं।

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